Gorakhpur News: सरकारी विभागों पर 107 करोड़, तो DDU पर है इतना बिजली बिल बकाया, पुलिस विभाग भी नहीं पीछे
UP News: बिजली विभाग के मुख्य अभियंता आशु कालिया ने सभी सरकारी विभागों को बिल बकाया जमा करने के लिए पत्र लिखा है. दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय और पुलिस विभाग का ही 8 करोड़ रुपये बिल बकाया है.
Gorakhpur News: गोरखपुर (Gorakhpur) जोन में सरकारी विभागों का 107 करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया है. गोरखपुर पुलिस और दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय सबसे बड़े बकाएदार हैं. इनके ऊपर एक साल से भी अधिक अवधि का 8 करोड़ रुपए बिजली बिल बकाया है. गोरखपुर शहर में अलग-अलग सरकारी विभागों का 23 करोड़ रुपये बकाया है. मुख्य अभियंता आशु कालिया ने कहा कि गोरखपुर के एसएसपी और गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र भेजकर अवगत कराया गया है.
गोरखपुर विश्वविद्यालय की ओर से कुछ भुगतान सुनिश्चित किया गया है. लेकिन अभी भी काफी रुपये बकाया है. गोरखपुर जोन में सरकारी विभागों के बिजली बिल के बकाए की फेहरिस्त और बकाया सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे. गोरखपुर जोन में सरकारी विभागों का 107 करोड़ रुपये का बिजली का बिल बाकी है. एक साल से भी अधिक समय के इस बकाए का भुगतान विभाग की ओर से नहीं किया गया है.
'मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाने का प्रयास किया जा रहा'
हैरत की बात ये है कि इस मामले में बहुत से ऐसे हैं जिनके चेक भी बाउंस हो गए हैं. इसे लेकर बिजली विभाग के मुख्य अभियंता आशु कालिया ने सभी सरकारी विभागों को बिजली बिल बकाया जमा करने के लिए पत्र लिखा है. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और पुलिस विभाग का ही 8 करोड़ रुपया बिजली बिल बकाया है.
गोरखपुर विश्वविद्यालय के मीडिया और जनसंपर्क अधिकारी और राजनीति विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. महेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय का बिजली बिल बकाया है. इसे जमा करने को लेकर प्रक्रिया चल रही है. कुछ भुगतान सुनिश्चित किए गए हैं. इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है. प्रक्रिया में थोड़ा समय लगता है. इसे जल्द ही पूरा किया जाएगा.
100 करोड़ से अधिक का बिजली बिल बकाया
गोरखपुर के मुख्य अभियंता आशु कालिया ने बताया कि गोरखपुर मंडल के अंतर्गत सरकारी विभागों का 100 करोड़ से अधिक का बिजली बिल बकाया है. इसमें बड़े बकाएदारों में सबसे बड़े बकाएदारों में पुलिस विभाग और गोरखपुर विश्वविद्यालय है. उन्होंने बताया कि केन्द्रीय स्तर पर भुगतान प्राप्त होता है. बिल वैरिफिकेशन के बाद उनके हेडक्वाटर जाता है. वहां से भुगतान सुनिश्चित किया जाता है. यहां पर लोकल स्तर पर उन लोगों ने सभी अधिशासी अभियंता लोकल स्तर पर वैरिफाई कराकर केन्द्रीय कार्यालयों में भेजा जाएगा.
मुख्य अभियंता आशु कालिया ने कहा कि गोरखपुर के एसएसपी और गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र भेजकर अवगत कराया गया है. गोरखपुर विश्वविद्यालय की ओर से कुछ भुगतान सुनिश्चित किया गया है. लेकिन अभी भी काफी रुपए बकाया है. गोरखपुर के एसएसपी की ओर से पत्र आया था, उन्हें सभी विभागों के बकाया का डीटेल और पत्र भेज दिया है. उम्मीद है कि माह के अंत तक तक काफी बकाया वसूली सुनिश्चित होगी, जिससे उनके विभाग को काफी सहायता मिलेगी. उन्होंने बताया कि एक से डेढ़ साल का बकाया है.
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