Gorakhpur MMMUT Admission Canceled: गोरखपुर की मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (MMMUT) में 40 छात्र-छात्राओं का प्रवेश फर्जी पाया गया है. जिसके बाद इन सभी एडमिशन (Admission) को रद्द कर दिया गया है. प्रशासन को शक है कि रैकेट के जरिए फर्जी तरीके से इनका नामांकन कराया गया था. ये रैकेट पूरे प्रदेश में फैला हुआ है. यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर जे पी पांडे ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) से मुलाकात कर उन्हें कार्रवाई और आगे की जानकारी की गोपनीय रिपोर्ट सौंप दी है. इस मामले में कानूनी सलाह के बाद एफआईआर (FIR) कराई जाएगी. जिन छात्रों ने फर्जी तरीके से एडमिशन लिया उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है. 


MMMUT प्रशासन ने रैकेट के जरिए यूनिवर्सिटी में फर्जी एडमिशन का खुलासा किया है. इस जांच में कुल 40 छात्र-छात्राएं फर्जी पाए गए हैं. इनमें सत्र 2020-21 के कुल 22 और सत्र 2021-22 के कुल 18 विद्यार्थी शामिल है. सभी का प्रवेश निरस्त कर दिया गया है. इसमें किसी बड़े रैकेट का हाथ होने का अंदेशा है. इस बात के आसार हैं कि बाहरी दलालों की सेटिंग अंदर के लोगों से रही है. अनुमान लगाया जा रहा है कि रैकेट ने छात्र छात्राओं से मोटी रकम वसूल कर फर्जी तरीके से दाखिला कराया है. फर्जी कागजात लगाकर छात्र-छात्राओं के दाखिला लेने का शक है.


आनंदीबेन पटेल को सौंपी रिपोर्ट
एमएमएमयूटी के कुलपति प्रोफेसर जेपी पाण्‍डेय ने बुधवार को राजभवन पहुंचकर कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया. जिसके बाद आनंदीबेन पटेल ने इस मामले में सख्त कदम उठाए जाने के निर्देश दिए हैं. बताया जा रहा है कि सितंबर माह में ये मामला खुलने के बाद से ही पूरा प्रकरण राजभवन के संज्ञान में है. विश्वविद्यालय समय-समय पर राजभवन को जांच रिपोर्ट देता रहा है. 


सख्त कार्रवाई के निर्देश
यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर जेपी पाण्‍डेय ने बताया कि राजभवन एवं शासन के निर्देशन में पूरे मामले की पड़ताल की जा रही है. मामला प्रकाश में आने के बाद से ही राजभवन और शासन को समय-समय पर जांच की पूरी जानकारी दी जा रही है. राजभवन में कुलाधिपति से मुलाकात कर पूरे प्रकरण से अवगत कराया गया है. उन्होंने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. 


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