UP News: गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज (BRD Medical College) में सात महीने की एक गर्भवती महिला की मौत (Pregnant Woman Died) का मामला सामने आया है. ऐसे आरोप हैं कि जांच के लिए महिला के पति को एक डिपार्टमेंट से दूसरे डिपार्टमेंट दौड़ाया गया और इस बीच पत्नी ने दम तोड़ दिया. महिला की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया जिन्हें पुलिस ने आकर शांत कराया.
महिला को सांस लेने में हो रही थी तकलीफ
सिद्धार्थनगर के मलौनीपार के पिलहरा गांव के रहने वाले संदीप त्रिपाठी सात माह की गर्भवती पत्नी चंदा त्रिपाठी को लेकर शुक्रवार को अस्पताल पहुंचे थे. उनके साथ उनके भाई बृहस्पति त्रिपाठी भी आए थे. यहां पर चंदा त्रिपाठी को सांस लेने में दिक्कत होने लगी. संदीप लाइन में लगकर पर्चा कटवाने लगे. उनका आरोप है कि डॉक्टर और ओपीडी कर्मचारी पांच घंटे तक उन्हें दौड़ाते रहे. जब वह कार्डियोलॉजिस्ट के पास पहुंचे तो जांच में पता चला कि पत्नी को हार्ट की बीमारी नहीं है. उन्हें मेडिसिन और गाइनोकोलॉजी डिपार्टमेंट में जाने कहा गया. वह पर्चा कटवाने के लिए लाइन में लगे और इस भागदौड़ के बीच उनकी पत्नी की मौत हो गई.
अस्पताल प्रशासन ने लापरवाही की बात से किया इनकार
बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने महिला के शव को ले जाने के लिए एम्बुलेंस मुहैया कराया. रोते-बिलखते पति और देवर का वीडियो वायरल हो गया. वीडियो वायरल होने के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन हरकत में आ गया है. इस संबंध में कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल डॉ. पवन प्रधान ने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी मिली है. शुक्रवार को सिद्धार्थनगर से एक सात माह की गर्भवती महिला को यहां पर इलाज के लिए लाया गया था. उसका पहले सिद्धार्थनगर में इलाज कराया जा रहा था. आईबीएफ का केस होने की वजह से कॉम्प्लिकेशन आती है. महिला को सांस लेने में दिक्कत थी. उसे कार्डियोलॉजी विभाग ले जाया गया. वहां जांच के बाद बताया गया कि उसे हार्ट की दिक्कत नहीं है. ऐसे केसों में सांस लेने की दिक्कत क्यों आ रही है यह जांच के बाद ही पता चलता. इसके बाद उसे गायनोकोलॉजी और मेडिसिन वार्ड में भेजा गया था. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की ओर से कोई लापरवाही नहीं की गई है. हालांकि उन्होंने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है.
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