Gorakhpur: किसान की मौत के बाद बेटी ने दी मुखाग्नि, दो साल पहले सिर से उठ चुका है मां का साया
गोरखपुर में एक किसान की मौत के बाद उनकी बेटी ने उनका अंतिम संस्कार किया. किसान की केवल तीन बेटियां ही हैं. नदी घाट पर जिसने भी बेटी को मुखाग्नि देते देखा, सबकी आंखें नम हो गईं.
UP News: यूपी के गोरखपुर (Gorakhpur) में एक किसान की मौत (Farmer Died) के बाद परंपरा से उलट उनकी बेटी ने उन्हें मुखाग्नि दी. किसान राजेश श्रीवास्तव की मौत के बाद तीनों बेटियों पर कहर टूट गया है क्योंकि दो साल पहले उनकी मां की भी मौत हो गई थी. राजेश खेती-बाड़ी करके बेटियों को पढ़ा-लिखा रहे थे. बताया जा रहा है कि इस परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) का लाभार्थी चुना गया था लेकिन अब तक उन्हें घर नहीं मिल पाया है.
बेटी ने दी मुखाग्नि, नम हुई लोगों की आंखें
गोरखपुर के पीपीगंज क्षेत्र के कैथवलिया गांव के रहने वाले किसान राजेश श्रीवास्तव को हालांकि किसान सम्मान निधि का लाभ मिला. राजेश की सबसे बड़ी बेटी आरुषि की उम्र 25 साल है जबकि वैभवी श्रीवास्तव 18 और कृष्णन 15 साल की हैं. राजेश की 21 जुलाई को उनकी तबियत खराब हुई, तो बेटियों ने उन्हें शहर के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया. जहां शुक्रवार की रात उनकी मौत हो गई. वैभवी श्रीवास्तव ने जब अपने पिता को मुखाग्नि दी तो गांववालों की आंखें नम हो गईं.
राजेश की पत्नी की दो साल पहले मौत हो चुकी है और राजेश की मौत के बाद उनकी तीनों बेटियां अनाथ हो गईं. राजेश का पीपीगंज क्षेत्र के राप्ती नदी के सिंसई घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान मौजूद लोगों को आंखें नम थीं और उन्हें तीनों लड़कियों की हालत से तकलीफ हो रही थी.