UP News: यूपी पुलिस की कस्टडी में युवक की मौत, एसओ-चौकी इंचार्ज समेत 15 अज्ञात पर केस दर्ज
Gorakhpur News: इस घटना को लेकर परिजनों की पुलिस अधिकारियों के साथ काफी देर तक बातचीत होती रही, लेकिन परिजन एसओ समेत पुलिसकर्मियों और आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करने लगे.
UP News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में छेड़खानी के मामले में पूछताछ के लिए लाए गए युवक की बीती रात पुलिस हिरासत में मौत हो गई. मौत के बाद परिजनों और गांव के लोगों ने जमकर हंगामा काटा. 42 वर्षीय युवक को गांव की ही एक नाबालिग लड़की से छेड़खानी के मामले में पुलिस पूछताछ के लिए थाने लाई थी. आरोप है कि थाने पर लाने के दौरान ही युवक की तबीयत खराब हो गई और उसे उल्टियां होने लगी. जब युवक को थाने से अस्पताल ले जाया गया, तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस मामले में एसओ, चौकी इंचार्ज तीन नामजद समेत कुल 15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि मृत युवक शिक्षक रहा है.
गोरखपुर के गोला थानाक्षेत्र के बाढ़ा बुजुर्ग निवासी चन्द्र प्रकाश पाण्डेय ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि उनके विनय कुमार पाण्डेय उर्फ दीपक (42 वर्ष) पर गांव की नाबालिग लड़की ने छेड़खानी का आरोप लगाया था. बुधवार की शाम 7:30 बजे विनय कुमार पाण्डेय को गोला पुलिस पूछताछ के लिए ले गई. रास्ते में ही विनय को उल्टी होने लगी और उसकी तबीयत खराब हो गई. परिजनों का आरोप है कि इसके बावजूद उसे पुलिस थाने पर लेकर चली गई और अस्पताल समय पर नहीं ले जाने की वजह से उसकी मौत हो गई.
आरोप है कि एसओ ने उन्हें अपनी गाड़ी लाने को कहा तो वे अपनी गाड़ी लेकर आए लेकिन थाने में उनके भाई की कमरे में मौत हो चुकी थी. उसे लेकर अस्पताल गए तो उनके भाई को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. इस दौरान एसओ आरोपियों आर्यन, गुलशन, कन्हैया, रामचन्द्र थाने पर बैठाकर उनके भाई और उनके खिलाफ एफआईआर लिखवा रहे थे. मौत की सूचना के बाद एसओ और पुलिसकर्मी फरार हो गए. विनय की मौत के बाद देर रात के बाद परिजनों और गांव के लोगों ने गोला-बड़हलगंज और कौड़ीराम मार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन करने लगे.
फिर बुधवार-गुरुवार की रात 1:00 बजे चक्का जाम की सूचना मिलने के बाद पुलिस की आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों और गांव वालों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया. वहीं परिजनों की पुलिस अधिकारियों के साथ काफी देर तक बातचीत होती रही, लेकिन परिजन एसओ समेत पुलिसकर्मियों और आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करने लगे. वहीं परिजनों ने तहरीर में आरोप लगाया कि थाने के एसओ ने पूछताछ के लिए बुलाया था. उसके अधिकारियों के आश्वासन के बाद पोस्टमार्टम के लिए पुलिस को शव सौंपा. परिजनों की तहरीर पर गोला थाने के एसओ चौकी इंचार्ज और ड्यूटी पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों, आर्यन, गुलशन, कन्हैया, रामचन्द्र समेत 15 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई.
परिजनों की तहरीर पर केस दर्ज
गोरखपुर के एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि एक युवक को छेड़खानी के आरोप में पुलिस आरोपी को परिजनों के साथ थाने लेकर आई थी. इसी दौरान उसकी तबीयत बिगड़ गई. परिजनों के साथ पुलिसकर्मी आरोपी को सीएससी पर लेकर गई जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया है. परिजनों की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है. पोस्टमार्टम में मौत की वजह साफ नहीं हो पाई है, इसलिए उसका बिसरा प्रिजर्व किया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.