एमएमएमयूटी समेत तीन विश्वविद्यालय में एक फार्म से करें आवेदन, 18 मई को होगी प्रवेश परीक्षा
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जेपी पाण्डेय ने बताया कि एमएमएमयूटी में प्रवेश के लिए एनटीए को जिम्मेदारी सौंपी गई है. upcet.nta.nic.in पर आवेदन शुरू हो चुका है. 30 अप्रैल आवेदन की अंतिम तिथि है.
गोरखपुर: इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक हैं और अलग-अलग विश्वविद्यालयों में आवेदन की दिक्कतों से बचना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए है. गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकीय विश्वविद्यालय, लखनऊ के एकेटीयू और कानपुर के एचबीटीयू में स्नातक और परास्नातक में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा एक साथ आयोजित होगी. 18 मई को प्रवेश परीक्षा का आयोजन देश के 61 शहरों में बने परीक्षा केंद्रों पर एक साथ होगा. परीक्षा की जिम्मेदारी पहली बार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को सौंपी गई है. यूपीसेट की परीक्षा 18 मई को ऑनलाइन होगी.
30 अप्रैल है आवेदन की अंतिम तिथि मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जेपी पाण्डेय ने बताया कि एमएमएमयूटी में प्रवेश के लिए एनटीए को जिम्मेदारी सौंपी गई है. upcet.nta.nic.in पर आवेदन शुरू हो चुका है. 30 अप्रैल आवेदन की अंतिम तिथि है. यूपी में 43 तो वहीं अन्य राज्यों में 20 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं. परीक्षा की विस्तृत जानकारी यूपीसेट की वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है. कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में बीबीए, बीफार्मा, एमबीए, एमसीए, एमएससी (फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ) के साथ ही एमटेक के एक दर्जन कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदन जारी किया है. इनमें प्रवेश यूपी कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट (यूपीसेट) के जरिए होगा.
आवेदन शुल्क में रियायत दी गई है प्रो जेपी पाण्डेय ने बताया कि एमटेक में स्पेशलाइजेशन में गेट क्वालिफाइड छात्रों को प्रथम वरीयता दी जाएगी. उन्हें यूपीसेट में शामिल होने की जरूरत नहीं है. ऐसे अभ्यर्थियों को प्रथम वरीयता में प्रवेश दिया जाएगा. बची हुई सीटों पर यूपीसेट के जरिए प्रवेश होगा. प्रवेश परीक्षा के आवेदन शुल्क में भी इस बार रियायत दी गई है. सामान्य और ओबीसी छात्रों को 1300 रुपए आवेदन शुल्क देना होगा. जबकि एससी, एसटी और छात्राओं को 650 रुपए ही आवेदन शुल्क के तौर पर जमा करना है. एक ही फार्म से तीनों विश्वविद्यालय में आवेदन हो सकेगा. पहले इसके लिए छात्रों को अलग-अलग आवेदन करना पड़ता था. सिर्फ एमएमएमयूटी में प्रवेश के लिए छात्रों को 1500 रुपए शुल्क जमा करना पड़ता था.
प्रस्ताव मंजूर हो गया प्रो जेपी पाण्डेय ने बताया कि विश्वविद्यालय में बीफार्मा में प्रवेश भी इस वर्ष से शुरू किया जा रहा है. बीफार्मा में 60 सीटें हैं. एनटीए ही बीफार्मा में प्रवेश की परीक्षा लेगी. बीफार्मा संचालित करने वाला एमएमएमयूटी प्रदेश का पहला राज्य या तकनीकी विश्वविद्यालय है. कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय ने प्रवेश प्रक्रिया को व्यापक स्वरूप देने के लिए एनटीए से प्रवेश कराने का फैसला किया है. पिछले साल इस संदर्भ में एनटीए को प्रस्ताव भेजा गया था. प्रस्ताव मंजूर हो गया. विवि प्रशासन को अब सिर्फ पीएचडी में प्रवेश के लिए परीक्षा आयोजित करेगा. पीएचडी में प्रवेश की परीक्षा का आयोजन जुलाई के पहले हफ्ते में प्रस्तावित है. विश्वविद्यालय में बीटेक की 1035 सीटें हैं. इन सीटों पर प्रवेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई)-2021 के जरिए होगा. इस परीक्षा का आयोजन भी एनटीए की ओर से किया जा चुका है.
आवेदन ऑनलाइन होगा कुलपति प्रो पांडेय ने बताया कि एमएमएमयूटी के अलावा लखनऊ के डॉ एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) और कानपुर के हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एचबीटीयू) में प्रवेश के लिए आवेदन जारी किया है. आवेदन ऑनलाइन होगा. यह आवेदन एटीए की वेबसाइट http://upcet.nta.nic.in पर किया जा सकता है. आवेदन की अंतिम तिथि 30 अप्रैल है. इस मौके पर प्रवेश समिति के अध्यक्ष प्रो. एसके श्रीवास्तव, प्रो. केजी उपाध्याय, समन्वयक प्रो. एसपी सिंह, सदस्य प्रो. पीके सिंह, जीएस त्रिपाठी, रोहित कुमार तिवारी, पीआरओ डॉ. अभिजित मिश्र और वित्त नियंत्रक अमर सिंह मौजूद रहे.
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