UP Assembly Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव में छठें चरण के लिए चुनाव प्रचार थम चुका है. इस चरण में 10 जिलों की 57 सीटों पर भाग्‍य का फैसला ईवीएम में कैद हो जाएगा. 3 मार्च को इन सीटों पर मत पड़ेंगे. ये चरण काफी अहम माना जा रहा है. इस चरण के चुनाव में मतदाताओं का मत निर्णायक साबित हो सकता है. क्‍योंकि छठें चरण में खुद योगी आदित्‍यनाथ गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में उनके सामने साल 2017 के विधानसभा चुनाव से अधिक सीटें लाने की चुनौती भी है. क्‍योंक‍ि साल 2017 में बीजेपी ने 57 में 48 सीटों पर विजय हुई थी.


गोरखपुर सदर सीट से लगातार पांच बार सांसद रह चुके हैं योगी आदित्‍यना‍थ


यूपी विधानसभा चुनाव के छठें चरण में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ पहली बार चुनाव मैदान में हैं. इसके पहले वे गोरखपुर सदर सीट से लगातार पांच बार सांसद रह चुके हैं. 42 वर्ष की उम्र में सबसे अधिक बार सांसद होने का गौरव भी उन्‍हें हासिल है. यही वजह है कि साल 2017 में सांसद रहते हुए भी उन्‍होंने गोरखपुर क्षेत्र की 62 सीटों में अधिकतर सीटों पर बीजेपी का परचम लहरा दिया. यही वजह है कि मुख्‍यमंत्री की कुर्सी पर उनका विराजना तय हो गया. वे मुख्‍यमंत्री बने और पांच साल के काम-काज का लेखा-जोखा लेकर बीजेपी एक बार फिर 2022 के विधानसभा चुनाव के रण में जनता जनार्दन के सामने पहुंच गई.


UP Election 2022: यूपी में छठें चरण के लिए थमा प्रचार का शोर, 10 जिलों की 57 सीट पर गुरुवार को होगा मतदान


साल 1989 से ये सीट बीजेपी के पास है


हिन्‍दुत्‍व और विकास की राजनीति करने वाले मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यना‍थ इस बार गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं. वे पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. इसके पहले इस सीट पर डा. राधामोहन दास अग्रवाल ने लगातार चार बार जीत हासिल की और जनता का विश्‍वास जीता. साल 1989 से ये सीट बीजेपी के पास है. शिव प्रताप शुक्‍ला इसके पहले लगातार चार बार इस सीट से विधायक चुनकर विधानसभा तक पहुंच चुके हैं. हम बात कर रहे इस साल 2022 के विधानसभा चुनाव में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के साख की. क्‍योंकि वे खुद पहली बार चुनाव मैदान में हैं. उनके ऊपर अधिक से अधिक सीटों पर जीत हासिल करने की जिम्‍मेदारी भी है. छठें चरण में 10 जिलों की 57 सीटों पर चुनाव होने हैं. इस चरण में 676 प्रत्‍याशी चुनाव मैदान में हैं. पूर्वांचल के इस सियासी रण में सीएम योगी आदित्‍यनाथ की साख भी दांव पर है.


हालांकि फरवरी माह के अंतिम दिन योगी आदित्‍यनाथ ने गोरखपुर में रोड शो कर विपक्षियों को अपनी ताकत का अहसास करा दिया है. 28 फरवरी को जब सीएम योगी आदित्‍यनाथ का रोड शो निकला तो लोगों ने उन्‍हें हाथों-हाथ लिया भी. सड़क से लेकर घर की छतों तक पर तिल भर भी जगह नहीं बची. उनके स्‍वागत के लिए जन-सैलाब उमड़ पड़ा. बच्‍चे, बूढ़े, जवान महिलाओं ने जाति-धर्म का बंधन तोड़कर उनका स्‍वागत किया. योगी आदित्‍यनाथ ने भी लोगों को निराश नहीं किया. उन्‍होंने चारों ओर हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन स्‍वीकार किया.


योगी आदित्‍यनाथ के लिए होगी अग्नि परीक्षा


इस बार योगी आदित्‍यनाथ के लिए ये बड़ी अग्नि परीक्षा है. क्‍योंकि इस बार के चुनाव में वे खुद मैदान में हैं. उनके सामने विपक्ष भी सीना ताने खड़ा है. उनकी सियासी जमीन पर भी सपा, बसपा और कांग्रेस ने जान लगा दी है. विपक्षियों की ओर से तैयार किए गए तिलिस्‍म को तोड़ना उनके लिए बड़ी चुनौती भी बना हुआ है. इस चरण में गोरखपुर के अलावा अंबेडकरनगर, बस्‍ती, महराजगंज, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, देवरिया, बलरामपुर और बलिया की सीटें हैं. इन जिले की 57 में 11 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. साल 2017 में अंबेडकरनगर छोड़कर अन्‍य जिलों में बीजेपी ने अपना दम दिखाया. छठें चरण में जिन 10 सीटों पर चुनाव होने हैं उनमें साल 2017 में बीजेपी को 57 में 46 सीटों पर जीत मिली थी. सपा को दो, बसपा को पांच और कांग्रेस को एक सीट पर संतोष करना पड़ा था. बीजेपी के सहयोगी अपना दल (एस) को एक और सुभासपा को एक सीट मिली थी. जबकि एक सीट पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की थी. 


गोरखपुर शहर सीट ब्राह्मण बाहुल्‍य होने के नाते सपा खेमा खुश


यूपी चुनाव में पूर्वांचल की सीटों को काफी अहम माना जा रहा है. क्‍योंकि बीजेपी ने पूर्वांचल में अपना दम दिखाते हुए विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया था. हालांकि इनमें कई ऐसी सीटें भी हैं जिन पर बीजेपी को कम अंतर से जीत मिली. यही सीटें बीजेपी के लिए चुनौती बनीं हुई है. क्‍योंकि टिकट के हेर-फेर में बीजेपी ने कई नए चेहरों को तरजीह दी है. वहीं सपा के पास उन सीटों पर बड़े चेहरे चुनावी मैदान में हैं. सुभासपा भी इस बार सपा के साथ है. हालांकि बीजेपी ने निषाद पार्टी से हाथ मिलाकर समीकरण साधने की कोशिश की है. सपा ने गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से बीजेपी के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष रहे स्‍व. उपेन्‍द्र दत्‍त शुक्‍ल की पत्‍नी सुभावती शुक्‍ला को चुनाव मैदान में उतार दिया है. चुनावी रण में गोरखपुर शहर सीट ब्राह्मण बाहुल्‍य होने के नाते सपा खेमा काफी खुश है.


छठे चरण में पूर्वांचल के जिन जिलों में चुनाव हो रहे हैं वो सपा और बसपा के जीत का गढ़ माना जाता रहा है. बीजेपी ने पि‍छले चुनाव में इस तिल‍िस्‍म को मोदी-योगी लहर में तोड़ दिया. इन सीटों पर ब्राह्मण, दलित, मुस्लिम और ओबीसी वोट निर्णायक साबित होते हैं. बसपा ने जातीय समीकरण को देखते हुए प्रत्‍याशियों को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है. छठें चरण की 57 सीटों में 52 पर बीजेपी और 5 अन्‍य पर अपना दल एस और निषाद पार्टी चुनाव लड़ रही है. सपा 48 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. अन्‍य सीटों पर उसके सहयोगी ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं. बसपा 57 और कांग्रेस 56 सीटों पर चुनावी मैदान में है. 


 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित आधा दर्जन मंत्रियों की साख दांव पर


छठे चरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित आधा दर्जन मंत्रियों की साख दांव पर लगी है. योगी सरकार में मंत्री सतीश द्विवेदी, सूर्य प्रताप शाही, उपेंद्र तिवारी, श्रीराम चौहान, जय प्रताप सिंह, जय प्रकाश निषाद और राम स्वरूप शुक्ला मुख्य हैं. इनके अलावा नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्‍डेय, बसपा छोड़ सपा में आए लालजी वर्मा, राम अचल राजभर, पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा, राज किशोर सिंह, स्वामी प्रसाद मौर्य और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत कई अन्य को अग्नि परीक्षा से गुजरना है.  


यूपी चुनाव के छठे चरण में डरौना, तमकुहीराज, फाजिलनगर, कुशीनगर, हाटा, रामकोला (सु.), रुद्रपुर, देवरिया, पथरदेवा, रामपुर कारखाना, भाटपाररानी, सलेमपुर (सु.), बरहज, बेल्थरा रोड (सु.), कप्तानगंज, रुधौली, बस्ती सदर, महादेवा (सु.),  मेंहदावल, खलीलाबाद, धनघटा (सु.), फरेंदा, नौतनवां, सिसवा, महराजगंज (सु.), पनियरा, कैम्पियरगंज, पिपराइच, गोरखपुर शहर, कटेहारी, टांडा, अलापुर (सु.), जलालपुर, अकबरपुर, तुलसीपुर, गेनसारी, उतरौला, बलरामपुर (सु.), शोहरतगढ़, कपिलवस्तु (सु.), बांसी, इटवा, डुमरियागंज, हरैया, गोरखपुर ग्रामीण, सहजनवां, खजनी (सु.), चौरी-चौरा, बांसगांव (सु.), चिल्लूपार, खड्डा, प रसड़ा, बांसडीह, बैरिया, सिकंदरपुर, फेफना, बलिया नगर की 57 सीटों पर चुनाव है.


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