Farm Laws Repeal: यूपी के गोरखपुर में बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्‍यक्ष कामेश्‍वर सिंह ने कहा कि किसान बिल वापस लेने का फैसला किसानों के हित को ध्‍यान में रखकर लिया गया है. किसानों की हितैषी कोई सरकार है, तो वो बीजेपी की सरकार है. बीजेपी ने किसानों के लिए कई योजनाएं बनाई है जिससे उन्हें काफी लाभ मिला है. एबीपी गंगा से एक्‍सक्‍लूसिव बात करते हुए कामेश्‍वर सिंह ने अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, 700 से अधिक किसानों की जान आंदोलन में नहीं, बल्कि कोरोना और अन्‍य बीमारियों की वजह से हुई है. कामेश्‍वर सिंह ने कहा कि साढ़े चार साल तक अखिलेश और प्रियंका का कहीं पता नहीं था. आज चुनाव आया है तो वो तथाकथित किसान नेताओं के कंधों पर बंदूक रखकर निशाना साध रहे हैं. जनता को वो जवाब दें कि 2017 के बाद से अब तक वो कहां थे.


किसानों के लिए पीएम ने लिए कानून वापस लिए


गोरखपुर में बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्‍यक्ष कामेश्‍वर सिंह ने कहा कि 16 नवंबर से 30 नवंबर तक अलग-अलग मंडलों में किसान ट्रैक्‍टर रैली निकाल रही है. ट्रैक्‍टर रैली के माध्‍यम से किसानों को ये संदेश दिया जाएगा कि बीजेपी किसान के हित में काम कर रही है. बीजेपी और पीएम मोदी के किसान बिल वापस लेने के फैसले को किसानों के हित में लिया गया फैसला बताते हुए उन्‍होंने कहा कि किसान अच्‍छी तरह समझते हैं कि कौन उनके साथ है. बीजेपी किसान मोर्चा की अलग-अलग मंडलों में कल रैली निकलने वाली है. और 28 तारीख को गोरखपुर में भी रैली निकाली जाएगी.


29 तारीख तक खत्म हो जाएगी सभी रैलियां


कामेश्‍वर सिंह ने कहा कि बीजेपी की सरकार पर किसानों को पूरा विश्‍वास है. उन्‍होंने बताया कि 10 जिलों में किसान ट्रैक्‍टर रैली सम्‍पन्‍न हो चुकी है. और कल पश्चिम में गाजियाबाद, बागपत, चंदौली, प्रयागराज, कौशाम्‍बी और जौनपुर में‍ किसान ट्रैक्‍टर रैली है. और इस महीने की 29 तारीख तक सभी जिला केन्‍द्रों पर किसान रैली सम्‍पन्‍न हो जाएगी. 25 को देवरिया, 28 को गोरखपुर और 29 को संतकबीरनगर में रैली है. उन्होंने ये भी बताया कि ये ट्रैक्‍टर रैली इसलिए की जा रही है क्योंकि ट्रैक्‍टर किसानों के शौर्य, पराक्रम, सम्‍पन्‍नता का प्रतीक है.


ट्रैक्टर रैली से देंगे किसानों को संदेश


उन्‍होंने आगे कहा कि कुछ लोगों ने ट्रैक्‍टर रैली को बदनाम करने की कोशिश की है. और तिरंगे का अपमान किया है. ट्रैक्‍टर रैली से देश की शान लालकिला को बदनाम करने का प्रयास किया है. किसान मोर्चा ने ये तय किया कि सकारात्‍मक संदेश देने के लिए पूरे यूपी में विशाल ट्रैक्‍टर रैली निकालेंगे. किसानों को ये बताने का प्रयास भी करेंगे कि मोदी जी के नेतृत्‍व में केन्‍द्र और योगीजी के नेतृत्‍व में प्रदेश की सरकार ने किसानों के हित में फैसले लिए हैं.


बीजेपी सरकार ने किसानों के हित में किया काम


उन्होंने इस दौरान ये भी कहा कि हम किसानों को बताएंगे कि देश की आजादी के बाद दोनों सरकारों ने किसानों के हित में फैसले लिए हैं. किसान बिल वापस लेने पर विपक्ष के निशाने पर आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद से ही किसान नेता मांग करने लगे थे कि उनका जीवन स्‍तर सुधारने के लिए कानून बनाया जाए. लेकिन किसी सरकार ने इसे पूरा नहीं किया. 2014 में ये सरकार अर्थशास्‍त्री, कृषि वैज्ञानिकों, किसान नेताओं से बातचीत के बाद किसानों की सर्वांगीण उन्‍नति और बिचौलियों को लाभ न मिले इसके लिए तीन कृषि कानून लेकर आए. जिसे बहुसंख्‍यक किसानों, किसान नेताओं और किसानों का समर्थन प्राप्‍त था. लेकिन, कुछ मुट्ठी भर लोग इसका विरोध कर रहे थे. इसके लिए मोदीजी ने इसे वापस ले लिया है. जिससे उन्‍हें विरोध करने का कोई मौका ना मिले.


अखिलेश-प्रियंका किसानों को बना रहे हैं निशाना


आंदोलन के दौरान 700 से अधिक किसानों की मौत के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि आंदोलन में किसानों की मौत नहीं हुई. कोरोना और ठंड में हार्टअटैक की वजह से उनकी मौत हुई है. प्रियंका और अखिलेश किसानों को लेकर लगातार हमलावार हैं, ऐसे में किसानों को मोटिवेट करने की बात कहते हुए कामेश्‍वर सिंह कहते हैं कि किसान बीजेपी के साथ है और रहेगा. अखिलेश और प्रियंका 2017 के बाद और कोरोनाकाल कहां थे. आज चुनाव आया है, तो वो ट्वीट कर बयान दे रहे हैं. तथाकथित किसान नेताओं के कंधों पर बंदूक रखकर गोली चला रहे हैं.


ये भी पढ़ें-


Azamgarh News: किसान आंदोलन पर भजन गायक अनूप जलोटा ने दिया बड़ा बयान, जानें क्या कहा है?


Rajasthan News: राजस्थान कांग्रेस में सियासी हलचल, सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद क्या बोले गोविंद सिंह डोटासरा?