Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश (UP) के गोरखपुर का बीआरडी मेडिकल कॉलेज (BRD Medical College) साल 2017 में हुए ऑक्सीजन कांड में 36 नवजात की मौत के बाद एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. इस बार फिर बड़ी लापरवाही की वजह से मरीज और तीमारदारों की जान पर बन आई. मेडिकल इमरजेंसी वार्ड के इलेक्ट्रिकल रूम में गुरुवार की रात 10 बजे शॉर्ट सर्किट से आग लगने से वार्ड में धुंआ भर गया. आग विकराल रूप लेने लगी तो मरीज और तीमारदारों में जान बचाने के लिए अफरा-तफरी मच गई.
इस बीच सूचना पाकर मौके पर दमकल की दो गाड़ियों के साथ पहुंचे फायरकर्मियों ने एक घंटे की कड़ी मशक्कत में बाद काबू पाकर मरीज और उनके तीमारदारों की जान बचा ली. घटना में जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. तीमारदार अपने मरीजों को स्ट्रेचर पर लेकर बाहर की तरफ भागने लगे. बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आग की सूचना के पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी के साथ फायर ब्रिगेड की टीम भी दमकल की दो गाड़ियों के साथ मौके पर पहुंच गई. एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड के जवानों ने आग पर काबू पाया.
मेडिकल इमरजेंसी वार्ड में भर्ती थे 58 मरीज
राहत की बात ये है कि किसी भी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. जब आग लगी, उस वक्त मेडिकल इमरजेंसी वार्ड में 58 मरीज भर्ती थे. इसमें 12 मरीजों का आईसीयू में इलाज चल रहा था. मौके पर पहुंचे आला अधिकारियों ने मरीजों को दूसरे वार्ड वार्ड आईसीयू में शिफ्ट करा दिया है. मौके पर पहुंचे बीआरडी मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों के साथ ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम आग पर काबू पाने में जुट गई. मरीजों को दूसरे वार्ड और आईसीयू में शिफ्ट कराया गया.
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के वार्ड में आग लगने की सूचना के बाद उस वार्ड के मरीजों और तीमारदारों में अफरा-तफरी मच गई. आग लगने की सूचना के बाद गोरखपुर के जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, एसएससी डॉ. गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ गणेश कुमार और फायर ब्रिगेड के जवानों सहित बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंच गए.
मरीजों को दूसरे वार्ड में किया गया शिफ्ट
मेडिकल इमरजेंसी वार्ड नंबर 14 में भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने बताया कि आग लगने की वजह से वार्ड में धुआं भरने लगा. इसके बाद भी लोग घबरा गए. मरीज और तीमारदारों के बीच भगदड़ मच गई. सभी अपने मरीजों को लेकर जैसे-तैसे बाहर की ओर भागने लगा. इस बीच लोगों ने किसी तरह वार्ड से भागकर अपनी जान बचाई. कुछ तीमारदार आईसीयू और वार्ड में भर्ती मरीजों को बेड समेत व्हील पर लेकर बाहर आ गए. मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया है. उन लोगों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया है.
मरीज के साथ अलग-अलग जिले से आए तीमारदारों ने आग लगने के बाद मची अफरा-तफरी के बारे में बताया कि कैसे वे लोग वार्ड से मरीज को लेकर बाहर भागकर अपनी जान बचाए. बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचे गोरखपुर के जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि वार्ड नंबर 14 मेडिकल इमरजेंसी वार्ड के बाहर इलेक्ट्रिकल रूम में गुरुवार की रात 10 बजे के करीब आग लग गई. मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया है. आग लगने से बाद में धुआं भर गया. इस दौरान वार्ड में 58 मरीज भर्ती रहे हैं, जिसमें 12 मरीज आईसीयू में थे.
सीसीटीवी फुटेज की भी की जाएगी जांच
कृष्णा करुणेश ने बताया कि सभी मरीजों को पीडियाट्रिक वार्ड नंबर 11 में शिफ्ट कर दिया गया है. कोई भी मरीज बर्न इंजरी का शिकार नहीं हुआ है. आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है. वार्ड में लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जाएगी. यह पता लगाया जाएगा कि आग लगने की वजह क्या है. आग किन वजहों से लगी, इसके लिए जांच टीम बनाई गई हैं. जांच के बाद आग लगने के सही वजहों के बारे में जानकारी हासिल की जाएगी.
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