Gorakhpur BRD Medical College News: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाने वाले चिकित्सा शिक्षकों की अटेंडेंस फिंगरप्रिंट और फेस रिकॉग्निशन (चेहरा पहचानने) वाली मशीन की जगह ‘आयरिस स्कैनिंग मशीन’ से होगी. इस मशीन से आंखों की पुतली से अटेंडेंस लगेगी. इसी माह के अंत तक इस व्यवस्था को शुरू करने के लिए बीआरडी मेडिकल प्रशासन तैयारी में जुटा है.

 

गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. रामकुमार जायसवाल ने बताया कि नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) की ओर से चिकित्सा शिक्षकों की हाजिरी लगाने के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज में नई व्यवस्था लागू होने वाली है. देश के सभी मेडिकल यूनिवर्सिटीज और मेडिकल कॉलेज में यह व्यवस्था लागू होगी.

 

अटेंडेंस के लिए लगाई जाएगी खास मशीन 

 

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में चार अटेंडेंस फिंगरप्रिंट और फेस रिकॉग्निशन (चेहरा पहचानने) वाली मशीन है. रामकुमार जायसवाल बताया कि चिकित्सकों-शिक्षकों की हाजिरी के लिए 'आयरिश स्कैनिंग मशीन' इसी माह के अंत तक लग जाएगी. ये मशीन आंखों की रेटिना को स्कैन करके हाजिरी लगाएगी.

 

वर्तमान में फिंगरप्रिंट से लगाई जाती है हाजिरी 

 

इसको लेकर एनएमसी ने एक एडवाइजरी पत्र देशभर की मेडिकल यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेजों को लिखा है. वर्तमान में ज्यादातर कॉलेजों में फिंगरप्रिंट की मदद से हाजिरी लगाई जाती है. बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भी फिंगरप्रिंट और फेस रिकॉग्निशन (चेहरा पहचानने) मशीन लगी है. मेडिकल कॉलेज में लगी बायोमेट्रिक अटेंडेंस की मशीन एनएमसी के वेबसाइट से जुड़ी है. चिकित्सा शिक्षकों को अवकाश भी अब ऑनलाइन स्वीकृत कराना होगा. इमरजेंसी और चिकित्सा अवकाश छोड़कर ऑनलाइन आवेदन की मंजूरी जरूरी है. 

 

शिक्षा में सुधार के लिए लागू हो रही ये व्यवस्था

 

बीआरडी मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. रामकुमार जायसवाल ने बताया है कि इसी माह के अंत तक आंखों की पुतलियों की स्कैनिंग से लगने वाली अटेंडेंस के लिए मशीन लग जाएगी. एनएमसी (नेशनल मेडिकल कमीशन) की ओर से आयरिश स्कैनर से हाजिरी को लेकर दिशा-निर्देश प्राप्त हो गए हैं. एनएमसी के निर्देशों का पूरी तरह पालन होगा. चिकित्सा शिक्षा में सुधार के लिए ये व्यवस्था लागू की जा रही है.