Gorakhpur News: चौपाल कार्यक्रम में लापरवाह अधिकारियों पर भड़के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह, एक प्रंसिपल को किया सस्पेंड
Gorakhpur News: यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने शुक्रवार रात गोरखपुर के चौराचौरा के गौनर गांव में चौपाल लगाई थी. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों की लापरवाही पर जमकर क्लास लगाई.
Dharampal Singh Gorakhpur Visit: यूपी के गोरखपुर के तीन दिवसीय दौरे पर आए कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह (Dharam Pal Singh) योगी सरकार 2.0 में सख्त तेवर में नजर आ रहे हैं. दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार की देर रात गांव में लगी चौपाल में उनके तेवर देख अधिकारियों के होश उड़ गए. दरअसल चौपाल के दौरान ही वे अधिकारियों को फटकार लगाते नजर आए.
स्कूल के प्रिंसिपल को किया सस्पेंड
स्कूल के प्रिंसिपल से लेकर विभाग के अधिकारी और कर्मचारी का नाम पुकारने पर जब जवाब नहीं मिला, तो मंत्री जी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्होंने एक विद्यालय के प्रिंसिपल का नाम पुकारा. जब उधर से कोई आवाज नहीं आई, तो बीएसए से पूछा कि प्रिंसिपल कहां हैं. सकारात्मक जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने प्रिंसिपल को सस्पेंड करने का फरमान सुना दिया.
प्रिंसिपल का नाम पुकारने पर भी जवाब नहीं मिला तो मंत्री हुए गुस्सा
बता दें कि यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह, दो सहयोगी राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गुलाब देवी और गन्ना राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार के साथ चौरीचौरा के गौनर गांव में शुक्रवार की रात कैंप करने के लिए पहुंचे थे. यहां पर उन्होंने चौपाल लगाई. चौपाल में गांव वाले भी अच्छी खासी संख्या में उपस्थित रहे. इसी दौरान मंत्री धर्मपाल सिंह एक-एक कर स्कूल के प्रिंसिपल, शिक्षकों और अलग-अलग विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का माइक लेकर नाम पुकारने लगे. इसी दौरान उन्होंने गांव चौपाल में गौनर गांव में सरकारी प्राथमिक विद्यालय की प्रिंसिपल करुण का नाम मंच से माइक लेकर पुकारा. दो से तीन बार नाम पुकारने पर भी जब उधर से जवाब नहीं मिला, तो मंत्री जी भड़क गए.
चौपाल में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों का वेतन रोकने का दिया निर्देश
उन्होंने तत्काल बीएसए को मंच पर बुलाया और उनसे पूछा कि हेड अध्यापिका यानी प्रिंसिपल कहां हैं. इसके जवाब में बीएसए जब उनके पास आने लगे, तो धर्मपाल सिंह ने कहा कि कान में बताओगे क्या. माइक लेकर बताओं कि वो कहां है. इसके बाद बीएसए ने माइक लेकर बताया कि वो कुशीनगर से आती हैं. इस पर धर्मपाल सिंह ने कहा कि वो बंबई से आती हों, इससे क्या मतलब हैं. उनके इतना कहते ही सामने बैठे गांव के लोग तालियां बजाने लगे. उन्होंने आगे कहा कि आपकी आवाज ये कह रही है कि वो बच्चों को पढ़ाने नहीं आती हैं. फ्री की तनख्वाह ले रही हैं. इसके बाद सामने से और जोर-जोर से तालियां बजने लगीं. कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने तत्काल ही प्रिंसिपल को सस्पेंड करने का फरमान सुना दिया. इस दौरान चौपाल में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों का भी उन्होंने वेतन रोकने का निर्देश दिया.
चौपाल में देर से पहुंचने वाले अधिकारियों पर हुई कार्रवाई
मंत्री धर्मपाल सिंह ने गांव की प्रसव केंद्र प्रभारी की लापरवाही पर उनका वेतन रोकने का आदेश दिया. मंत्रियों ने गांव में तैनात विभिन्न विभागों के एक-एक अधिकारी और कर्मचारियों का नाम लेकर पुकारा. इस दौरान अनुपस्थित या देरी से पहुंचने वालों पर तत्काल कार्रवाई करते हुए, एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया. करीब विभिन्न सरकारी विभागों के 6 से अधिक कर्मचारियों का वेतन रोकने का प्रभारी मंत्री ने फरमान सुनाया. तीनों मंत्रियों का एक्शन देख चौपाल में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया. अधिकारियों के माथे पर पसीने छूटने लगे, तो प्रभारी मंत्री का एक्शन देख पब्लिक तालियां बजाने लगी.
मंत्री धर्मपाल ने पात्रों को मंच पर बुलाकर राशन कार्ड वितरित किए
मंत्री धर्मपाल सिंह ने यहां मौजूद पब्लिक से राशन कार्ड के बारे में पूछा. इस पर करीब 20 से अधिक लोगों ने एक साथ हाथ उठाकर बताया कि अब तक उनका राशनकार्ड नहीं बना है. उन्होंने वहां मौजूद डीएम विजय किरण आनंद से तत्काल जवाब तलब कर लिया. डीएम ने मंत्री को बताया कि सभी का राशनकार्ड बन चुका है. कुछ लोगों को वितरित नहीं किया जा सका है. धर्मपाल सिंह के निर्देश पर आनन-फानन में तत्काल मंच पर ही बुलाकर पात्रों को उनका राशनकार्ड वितरित किया गया.
अधिकारियों को गांव की सड़के पक्की कराने के दिए निर्देश
प्रभारी मंत्री ने चौपाल में मौजूद लोगों से वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, शौचालय, राशन वितरण, स्वास्थ्य व्यवस्था, गांव में साफ-सफाई, कोविड नियमों का पालन, अस्पतालों के हालात, सरकारी स्कूलों की व्यवस्थाओं सहित अन्य सुविधाओं के बारे में भी पूछा. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बारिश का मौसम शुरू होने से पहले ही गांव की सभी सड़कें पूरी तरह पक्की कराएं. जिससे किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़ें. इसके अलावा धर्मपाल सिंह ने कानून व्यवस्था और पुलिस थानों पर होने वाली सुनवाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए.
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