UP News: सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर (Gorakhpur) में 'काकोरी बलिदान दिवस' (Kakori Balidan Diwas)के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया. सीएम योगी ने कहा कि देश की आज़ादी के लिए राजधानी लखनऊ (Lucknow) के पास काकोरी में भारत के खजाने को ब्रिटिश सरकार देश के बाहर भेजना चाहती थी. उसे लूटा गया था. उस समय क्रांतिकारियों को गिरफ्तार किया गया. रामप्रसाद बिस्मिल को 1927 में गोरखपुर में फांसी हुई थी. ब्रिटिश इतने डरे थे कि दो दिन पहले ही फांसी दे दी गई.


सीएम योगी ने कहा, 'आज हम देश के आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. प्रधानमंत्री जी ने देश को पंच प्रण का मंत्र दिया था, उसमें सबसे पहला प्रण विरासत का सम्मान था. आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में उस दिशा में आगे बढ़ रहा है. काकोरी ट्रेन में मात्र 4600 रुपये का ही खजाना था लेकिन ब्रिटिशों ने क्रांतिकारियों के लिए 10 लाख रुपये फूंक दिए. क्रांतिकारियों के बलिदान की अनगिनत कथा है. 1857 का प्रथम स्वंतत्रता आंदोलन उत्तर प्रदेश के ही मंगल पांडेय जी की देन थी.'


चौरा-चौरी की घटना को किया याद


सीएम योगी ने आगे कहा, 'देश के स्वतंत्रता में क्रांतिकारियों ने अमर बलिदान दिया. गोरखपुर में चौरी-चौरा घटना में किसानों ने भाग लिया. आजादी के पहले क्रांति 1857 में झांसी से क्रांति हुई. मेरठ में धन सिंह कोतवाल ने बिगुल फूंका. आज इस अवसर पर हम भव्य ड्रोन शो के साक्षी बनने जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश की सरकार आज़ादी के नायकों का सम्मान कर रही है. हम अपनी परंपराओं के वर्तमान के वाहक हैं. हमें परंपराओं और विरासत पर गर्व होना चाहिए. जो ब्रिटेन हमपर 200 वर्ष शासन करता रहा. उसे पछाड़कर भारत 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना है. जिन 20 देशों में इनोवेशन और पेटेंट होता है. आज भारत उन 20 देशों का G 20 के माध्यम से नेतृत्व कर रहा है. सभी ज्ञात अज्ञात अमर शहीद बलिदानियों को विनम्र नमन.'


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