Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्मांतरण पर करारी चोट करते हुए बाटला हाउस से जुड़ी घटना का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि 500 परिवार इसके शिकार थे. मूकबधिर हिन्दू बच्चों को बाटला हाउस की संस्था का मौलवी शिकार बनाता था. इस मौलवी समेत 7 लोगों के तीन माह पहले हुए आजीवन कारावास की सजा हुई है. जो हिन्दू धर्म के वहां पढ़ने वाले बच्चों को धर्मांतरण की आग में झोंक रहे थे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 70 में राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. बाटला हाउस से जुड़ी इस संस्था का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि किस साल 2019-20 में यूपी के एक जिले में दो युवा एक संत से मिलने उनके पास जा रहे थे. जांच में उनके पास सर्जिकल बेड मिला. पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया और उन दोनों युवाओं को छोड़ दिया.
'पुलिस को गुमराह करते रहे'
सीएम योगी ने कहा कि जब इसकी जांच कराई, तो वे पुलिस को गुमराह करते रहे. बाद में करने अपना अपना पता दिल्ली और हैदराबाद का बताया और मुस्लिम होने की बात सिंह करते हुए संत की हत्या करने की इरादे से आने की बात स्वीकार कर ली. जांच और पूछताछ में बाटला हाउस से उनका संबंध निकला. पुलिस ने जब बतला हाउस में जांच की तो वहां रहने वाले एक मौलवी से उनका संबंध था. जो ऐसे मूक बधिर हिंदू बच्चों को जबरन धर्मांतरण करते थे.
'7 लोगों को आजीवन कारावास'
युवकों के पास से लैपटॉप कंप्यूटर और मोबाइल की जांच में धर्मांतरण के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ, जिसके शिकार मूकबधिर बच्चे थे. इन मूक बधिर बच्चों से बाटला हाउस से जुड़ी संस्था का मौलवी कोड भाषा में बात करता था. इस मामले में कुख्यात मौलवी समेत 7 लोगों को आजीवन कारावास की सजा हुई. यह लोग सेवा की सौदेबाजी कर रहे थे. दीपेश नायर जैसे लोग ऐसे कार्य कर रहे हैं. जो इन बच्चों का भविष्य सवार रहे हैं. इस धर्मांतरण के खिलाफ सभी वर्ग के लोगों को आगे आने की जरूरत है.
'युवा ऊर्जा ज्ञान शील एकता का प्रतीक'
सीएम ने कहा कि युवा ऊर्जा ज्ञानशील एकता का प्रतीक है. ज्ञान शील बनने के लिए हमें महापुरुषों से प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने मूक बधिर बच्चों के लिए काम करने वाली संस्था के निदेशक दीपेश नायर को यशवंत राव केलकर युवा पुरस्कार से सम्मानित होने पर हृदय से बधाई देते हुए कहा कि सही मायने में वे इस पुरस्कार के हकदार हैं. भारत दुनिया का सबसे युवा देश है. हम जब युवाओं की बात करते हैं, तो राष्ट्र के प्रति समर्पित युवाओं को हमें याद करना चाहिए. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दुनिया का सबसे बड़ा छात्र संगठन है.
'युवा शक्ति ही इतिहास रचती है'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आप पूर्वी यूपी में हैं. यहां पर 1857 की क्रांति को याद करें, तो कुंवर सिंह 80 वर्ष की अवस्था में स्वतंत्रता के आंदोलन में कूदे. स्वतंत्रता के आंदोलन में ऐसे अनेक उदाहरण हैं. जिस राष्ट्र के पास यह प्रतिभाशाली युवा होते हैं, वह राष्ट्र ही इतिहास रचता है. ये गर्व की बात है कि भारत की 56 फीसदी आबादी युवा है. भारत दुनिया का सबसे अधिक युवाओं वाला देश है. इतिहास का अवलोकन करेंगे तो युवा शक्ति ही इतिहास रचती है.
भारत की एकता को खंड-खंड में विभाजित करने पर प्रभु श्री राम और प्रभु श्री कृष्ण को भी बड़ा संकल्प लेना पड़ा था भगवान बुद्ध और महावीर और या फिर आदि शंकराचार्य. वीर अभिमन्यु सबसे युवा वीर हैं. 16 वर्ष के युवा ने कौरवों की सेना के बड़े-बड़े महाबलियों के छक्के छुड़ा दिए और उनके सामने हार नहीं मानी. खालसा पंथ के संस्थापक गुरु नानक. हल्दीघाटी का युद्ध लड़ने वाले महाराणा प्रताप 30 वर्षों तक अकबर से युद्ध लड़कर अपने सारे दुर्ग वापस ले लिए.
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