गोरखपुर: गोरखपुर के 41 केन्‍द्रों पर वैक्‍सीनेशन की प्रक्रिया 22 जनवरी को सुबह 10 बजे से शुरू हुई. गोरखपुर के कमिश्‍नर जयंत नार्लिकर ने टीकाकरण केन्‍द्रों पर जाकर व्‍यवस्‍था को परखा और स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अधिकारियों को आवश्‍यक दिशा-निर्देश भी दिए. टीकाकरण के दौरान कोविड-19 के प्रोटोकॉल के नियमों के साथ ये भी सुनिश्चित किया कि पोर्टल पर जिनका नाम है, उन्‍हीं लाभार्थियों को टीका लगाया जाए. उनके डाक्‍यूमेंट को अच्‍छी तरह से वैरीफाई किया जाए. उन्‍होंने ये भी सुनिश्चित किया कि जिन लोगों को आज टीका लग रहा है, उन्‍हें 28वें दिन भी टीका लगाया जाएगा.


41 केंद्रों पर हुआ वैक्सीनेशन कार्यक्रम


गोरखपुर के 41 केन्‍द्रों पर सुबह 10 बजे से वैक्‍सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हुई. गोरखपुर जिला चिकित्‍सालय पर इस दौरान गोरखपुर के कमिश्‍नर जयंत नार्लिकर पहुंचे. उन्‍होंने टीकाकरण स्‍थल की जांच की और ये भी देखा कि टीकाकरण के बाद आब्‍जरवेशन के लिए लाभार्थियों को कहां पर रखा जा रहा है. यहां पर उन्‍होंने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए. गोरखपुर के 41 केन्‍द्रों पर सुबह 10 बजे से 4 बजे के बीच 4100 लोगों को टीका लगना है. इस दौरान एसआईसी डा. अभय चन्‍द्र श्रीवास्‍तव भी उपस्थित रहे.


जिला चिकित्सालय का निरीक्षण


जिला पुरुष चिकित्‍सालय के निरीक्षण के बाद वे जिला महिला चिकित्‍सालय में निरीक्षण के लिए पहुंचे. यहां पर एसआईसी डा. माला कुमारी सिन्‍हा ने उन्‍हें वैक्‍सीनेशन के लिए बनाए गए केन्‍द्र पर व्‍यवस्‍था के बारे में जानकारी दी. यहां पर भी उन्‍होंने व्‍यवस्‍था को देखा और आवश्‍यक दिशा-निर्देश दिए. उन्‍होंने ये भी सु‍निश्चित किया कि क्रमवार वैक्‍सीनेशन की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है कि नहीं. इसके साथ ही वैक्‍सीनेशन के लिए पंजीकृत लोगों को कॉल कर समय से केन्‍द्र पर पहुंचने की व्‍यवस्‍था को सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देश दिए.


गोरखपुर के विभिन्‍न केन्‍द्रों पर पहुंचकर कमिश्‍नर ने शासन के दिशा-निर्देश के क्रम में ये सु‍निश्चित किया कि नियम के मुताबिक समय से वैक्‍सीनेशन की व्‍यवस्‍था को सुनिश्चित किया जा रहा है कि नहीं. इसके साथ ही वैक्‍सीनेशन केन्‍द्रों पर किसी भी प्रकार की अव्‍यवस्‍था नहीं होने पाए.


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