UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के शहर गोरखपुर (Gorakhpur) के लोगों को जल्द ही पहले सिक्स लेन सड़क (Six lane road) की सौगात मिलने वाली है. मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट (Dream Project) में शामिल इस सड़क में पांच चौराहा और तिराहा का सौंदर्यीकरण भी शामिल है. इस सिक्स लेन सड़क के पूरा होने के बाद शहर के दक्षिणी छोर की सूरत बदल जाएगी. इससे गोरखपुर के नौसड़ से पैडलेगंज तक लगने वाले जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी. 5.1 किलोमीटर लंबी इस सड़क का काम अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा.
कोरोना में रुक गया था काम
गोरखपुर के नौसड़ से पैड़लेगंज तक की सड़क को सिक्स लेन करने का प्रोजेक्ट अप्रैल 2021 से अप्रैल 2022 के बीच पूरा होना था लेकिन कोरोना महामारी और 771 पेड़ और 600 पोल को हटाने में लंबा समय लग गया. अभी 12 पेड़ और 180 पोल हटना बाकी है. सड़क के दोनों ओर मिट्टी पाटने का काम लगभग अंतिम चरण में है. 80 प्रतिशत का पूरा हो गया है. लोक निर्माण विभाग मुख्यमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करना चाहता है. इसके लिए अक्टूबर महीने तक का लक्ष्य फिर से निर्धारित किया गया है. हालांकि अभी मानसून से बाधा मिलने की आशंका है लेकिन मिट्टी भराई का काम अंतिम चरण में होने की वजह से अधिकारी पूरी तरह से आश्वस्त हैं.
स्थानीय लोगों में दिख रही है खुशी
गोरखपुर के पैडलेगंज के पास आटोमोबाइल का व्यापार करने वाले ब्रिजेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि उम्मीद है कि समय से काम पूरा हो जाएगा. उन्होंने बताया कि अभी मिट्टी पाटने का काम चल रहा है. प्रशासन बता पाएगा कि काम कब पूरा हो जाएगा. सारे काम तेजी से हो रहा है. अतिक्रमण हटाया जाएगा. ये रोड सिक्स लेन होने से काफी आराम हो जाएगा. पहले जाम में एक-एक घंटा लग जाता था. अब पांच मिनट में नौसड़ तक पहुंच जाएंगे. इससे बेहतर क्या चाहिए
गोरखपुर के पैडलेगंज रोड पर ई-रिक्शा सेल और सिर्विसिंग का काम करने वाले उदय राज प्रजापति ने बताया कि मिट्टी पटाई का काम लगभग पूरा हो गया है. सिक्स लेन बनने से सुविधा हो जाएगी. एम्बुलेंस भी जाम में फंस जाती थी. जाम लगने से निजात मिलेगा.
गोरखपुर लोक निर्माण विभाग के निर्माण खण्ड-3 के अधिशासी अभियंता इंजीनियर सत्य प्रकाश भारतीय ने बताया कि नौसड़ से पैडलेगंज तक शहर की पहली सिक्स लेन सड़क बन रही है. अप्रैल 2021 से अप्रैल 2022 के बीच इसका कार्य पूरा होना था लेकिन कोविड संक्रमण, और पोल व पेड़ हटाने में देरी की वजह से प्रोजेक्ट की अवधि बढ़ गई. इस 5.1 किलोमीटर लंबे सिक्स लेन के बीच 771 पेड़ अवरोध बने हुए थे. इसके अलावा 600 पोल हटाए जाने थे. इनमें 12 पेड़ और 180 पोल बाकी रह गए हैं. मिट्टी पटाई का काम अंतिम चरण में है. अक्टूबर तक इसे पूरा कर लिया जाएगा.
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