गोरखपुर: वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर से लड़ने के लिए जिला प्रशासन ने इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने 30 मिनट तक वहां पर बैठक की. कोरोना की दूसरी लहर के बीच चुनौतियों से पिछले साल की तरह कैसे लड़ना है. ये सुनिश्चित किया गया.
इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल रूम कैसे काम करेगा और सामने आने वाली चुनौतियों से कैसे पार पाना है, इस पर भी विचार किया गया. शहर में तेजी से फैल रहे संक्रमण के बीच बाहर से आने वाले लोगों के माध्यम से फैलने वाले संक्रमण को किस तरह से रोकना है इस पर भी अधिकारियों ने चर्चा की. गोरखपुर के ई-डिस्ट्रिक्ट कार्यालय में पिछले साल कोविड-19 रोगियों के लिए स्थापित किया गया था. मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, डीआईजी डा. प्रीतिंदर सिंह, जिलाधिकारी के. विजयेन्द्र पाण्डियन और एसएसपी दिनेश कुमार पी ने निरीक्षण किया. इस दौरान मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने कहा कि काफी संक्रमण फैल रहा है.
मॉस्क और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें- जयंत नार्लिकर
हम लोगों का प्रयास है कि अंतर विभागीय समन्वय से गोरखपुर जनपद में जो हमारा इंटीग्रेटेड कंट्रोल सेंटर और कमांड कंट्रोल सेंटर है. वो वह प्रभावी ढंग से काम करें. सभी विभाग की मदद से कैसे काम करना है. इसके लिए योजना तैयार की गई है. जो होम आइसोलेशन में है, उन तक मदद पहुंच सके. उनकी समस्याओं को समझ सकें. क्योंकि वह लोग बाहर नहीं आ सकते हैं. जो हमारी रैपिड रिस्पांस टीम है. स्वास्थ्य विभाग की आरआरटी प्रभावी रूप से जा रही कि नहीं जा रही है. पल्स मीटर की रीडिंग ले रही है कि नहीं ले रही है. लोगों की मदद कर रही है कि नहीं ले रही है. इसकी समीक्षा भी कर रहे हैं. हम प्रभावी ढंग से काम कर पाएंगे. लोगों से अपील है कि वे मॉस्क और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें ट्रेनें आ रही हैं. लोग काफी संख्या में वापस आ रहे हैं.
25 मीटर तक कंटेनमेंट जोन बनाने के निर्देश आए हैं- जयंत नार्लिकर
मुंबई से गोरखपुर से भी ट्रेन चल रही है. भीड़ भी होगी. हम लोगों को रिपोर्ट भी किया गया है. एयरपोर्ट रेलवे, एयरफोर्स, एयरपोर्ट तीनों के टच में हम लोग हैं. जो लोग वहां पर आ रहे हैं. प्रयास करेंगे जितने लोगों का भी टेस्ट वहां पर हो सकता है किया जाएगा. जो हमारी निगरानी समितियां उन पर भी निगरानी रखेंगी. जो लोग आ रहे हैं, उनका टेस्ट करेंगे. उनको ट्रेस भी करेंगे और उनको ठीक भी करेंगे. अभी तक 25 मीटर तक कंटेनमेंट जोन बनाने के निर्देश आए हैं. जो शहरी क्षेत्र के हैं. उस पर भी निर्देश आए हैं. उस पर कार्रवाई चल रही है. हम उमीद भी करते हैं कि लोग सहयोग करें. क्योंकि बीमारी ऐसी है. लोगों को अनुशासन और संयम दिखाना होगा. जिसको लक्षण दिख रहे हैं, वे अपना टेस्ट कराएं और खुद को आइसोलेट करें. आइसोलेशन संक्रमण को फैलने से बचाने का एक प्रभावी उपाय हे. वैक्सीनेशन चल रहा है.
गोरखपुर की बात करें तो दो लाख के करीब वैक्सीनेशन हो चुका है. वह एक सतत प्रक्रिया चलेगी. टाइम लगेगा. लेकिन, वैक्सीनेशन होने के बाद भी कुछ लोग संक्रमित हुए. लेकिन हम लोगों के देखने में आया है कि जिनकी फर्टिलिटी रेट कम है, वह संक्रमित हुए हैं. ऐसे लोगों से अनुरोध करते हैं कि जिनका जब जहां नंबर आए वे लोग वैक्सीनेशन कराए. रजिस्ट्रेशन भी कराएं. दोनों प्रक्रिया एक साथ चलेगी.
जिलाधिकारी के. विजयेन्द्र पांडियन ने कहा कि हम लोग दो दिन इंतजार करके देख रहे हैं. आज भी मुंबई से बहुत सारे पैसेंजर आ रहे हैं. टीम लगी हुई है. जांच हो रही है. स्ट्रेन बढ़ता है. तो नाइट कर्फ्यू पर विचार करेंगे. रात्रि 10:00 बजे से लेकर सुबह 6:00 बजे तक इसकी शुरुआत करेंगे. व्यापार मंडल के साथ मीटिंग किया. व्यापारी लोग भी काफी सहयोग करने को तैयार हैं. अपनी-अपनी दुकानें 10 बजे के पहले बंद करने का वादा किए हैं. हम उम्मीद करते हैं कि जनता के सहयोग से ही यह जनता कर्फ्यू के नाम से ही होगा.
नाइट कर्फ्यू पर विचार करेंगे- विजयेन्द्र पाण्डियन
आज हम लोग बहुत जगह पर सख्ती किए हैं. बगैर मास्क के आने वाले लोगों का चालान काटा है. सख्ती तो की है. दो दिन और रुक कर देखते हैं. दो दिन बाद बढ़ता हुआ दिखता है, तो नाइट कर्फ्यू पर विचार करेंगे. हर दिन 15000 के हिसाब से वैक्सीनेशन लगाने का प्लान किया है. को-वैक्सीन थोड़ा शार्टेज है. कोविशिल्ड ज्यादा आई है. दूसरा डोज जिसको लगनी है. वे लोग आ रहे हैं.
हम लोग एक-दो दिन थोड़ा वेट कर रहे थे. पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन आने के बाद हम लोग फिर आगे बढ़ेंगे. अभी 15000 हजार पर डे का टारगेट लेकर जा रहे थे. उसको कम कर के हम लोग 10000 हजार पर लाए हैं. दो दिन के बाद जब पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन आ जाएगा तो हम लोग फिर 15,000 का टारगेट लेकर चलेंगे.
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