Dr Kafeel Khan on Jawan: शाहरुख खान (Shahrukh Khan) की फिल्म जवान (Jawan) के रिलीज के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज (BRD Medical College) के पूर्व डॉक्टर कफील खान (Kafeel Khan) का बयान सामने आया है. कफील का कहना है कि लोग कॉल करके बता रहे हैं कि फिल्म देखकर आपकी और गोरखपुर के ऑक्सीजन कांड की याद आ गई. बता दें कि कफील ने 'गोरखपुर ऑक्सीजन त्रासदी' नाम से एक किताब लिखी है. कफील खान ने कहा कि वह शाहरुख खान का आभार जताना चाहेंगे जिन्होंने इस मुद्दे पर फिल्म बनाई है.


कफील खान ने ट्वीट किया, ''मैंने जवान देखी तो नहीं पर लोग फोन और मेसेज कर कह रहे आपकी याद आई. फ़िल्मी दुनिया और असली ज़िंदगी में बहुत फ़र्क़ होता है. जवान में गुनहगार स्वास्थ मंत्री वैगैरह को सजा मिल जाती है. पर यहां तो मैं और 81 परिवार आज भी इंसाफ़ के लिए भटक रहे हैं. इस मुद्दे को उठाने के लिए शाहरुख कान और एटली सर का आभार.'' बता दें कि  बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 10-11 अगस्त 2017 की रात ऑक्सीजन की कमी के कारण 63 बच्चों ने दम तोड़ दिया था, इस मामले में डॉक्टर कफील खान को सस्पेंड कर दिया गया. उन्हें 9 महीने जेल में काटने के बाद जमानत पर रिहा किया गया था. 


इस वजह से रोकी गई थी ऑक्सीजन की सप्लाई
बीआरडी ऑक्सीजन कांड में डॉक्टर कफील खान, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. आरके मिश्रा, उनकी पत्नी डॉ. विजयलक्ष्मी मिश्रा समेत कुल 9 लोग जेल गए थे. ऑक्सीजन सप्लाई के 68 लाख रुपए बकाया होने की वजह से ऑक्सीजन की सप्लाई रोकी गई थी. हालांकि नियम के मुताबिक बकाया होने पर भी ऑक्सीजन की सप्लाई फर्म को बाधित करने का अधिकार नहीं था. इस मामले में कमीशन के बड़े बंदरबाट का भी खुलासा हुआ था. इसी पर डॉक्टर कफील खान ने 'गोरखपुर अस्पताल त्रासदी' के नाम से एक किताब लिखी है, जो 6 भाषाओं में प्रकाशित हुई है.


बहाल नहीं हो पाई है कफील खान की नौकरी
फिल्म में हेल्थ मिनिस्टर अपना गुनाह कबूल कर खुद को और हेल्थ सिस्टम को जिम्मेदार बताते हैं. बता दें कि डॉक्टर कफील खान को बीआरडी मेडिकल कॉलेज से सस्पेंड कर दिया गया था और हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद उन्हें बहाल नहीं किया गया है. फिल्म में इंसेफेलाइटिस वार्ड में भर्ती मासूमों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हो जाती है. बता दें कि शाहरुख खान की फिल्म जवान को खूब पसंद किया जा रहा है.


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