Gorakhpur News: मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यना‍थ (Yogi Adityanath) के जनता दरबार में नौतनवां के पूर्व विधायक अमन मणि त्रिपाठी (Aman Mani Tripathi) ने अर्जी लगाई है. उन्‍होंने सीएम से मांग की है कि उनके पिता पूर्व विधायक अमर मणि त्रिपाठी (Amar Mani Tripathi) और मां मधु मणि त्रिपाठी (Madhu Mani Tripathi) को जेल से रिहा किया जाए. उन्‍होंने पत्र में लिखा है कि उनके माता-पिता ने 18 साल की सजा पूरी कर ली है. उन्‍होंने कहा है कि आजीवन कारावास की सजा से दंडित माता-पिता की संपूर्ण रिहाई की जाए.


सीएम योगी के जनता दरबार में गुहार


सीएम योगी को लिखे पत्र में लिखा गया है कि अमर मणि त्रिपाठी पुत्र श्रीकृष्‍ण मणि त्रिपाठी और पत्नी मधु मणि त्रिपाठी हुमायूंपुर दक्षिणी के रहने वाले हैं. देहरादून उत्‍तरांचल सत्र न्‍यायलय ने उन्‍हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. घटना यहां की होने की वजह से पिछले कई सालों से यूपी में क्षमा याचना के लिए प्रार्थना पत्र लंबित रहा है. आप द्वारा विचार के लिए कानूनी राय महाधिवक्‍ता उत्‍तर प्रदेश से मांगी गई, जिसमें महाधिवक्ता ने उत्‍तर प्रदेश का क्षेत्राधिकार नहीं होने की राय दी. आप द्वारा उत्‍तराखंड सरकार को अपनी संस्‍तुतियों के साथ भेज दिया था कि इस मामले का अविलंब निस्तारण करें.


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पूर्व विधायक अमन मणि त्रिपाठी ने की मांग


अमनमणि ने आगे पत्र में लिखा है कि 2018 से अभी तक ये विषय निर्णित नहीं हो सका है, लेकिन सर्वोच्‍च न्‍यायालय ने मई 2022 में यह निर्णय कर दिया कि किसी केस में जिसमें सजा हुई हो, यदि सरकार चाहे, तो उसका मुक्तिकरण करे, तो वह घटना के स्‍थान के ही राज्‍य की परिधि निर्धारित कर दी. जिसमें आप द्वारा अग्रसारित किया गया प्रार्थनापत्र आदेश सहित उत्तराखंड सरकार को 2018 में कार्यक्षेत्र परिवर्तित हो गया. पुनः यूपी सरकार के क्षेत्र में ये विषय आ गया. अमनमणि ने पत्र में लिखा है कि अतः आप श्रीमान जी से निवेदन है कि आप द्वारा स्‍थाई मुक्तिकरण की प्रक्रिया जो निर्धारित की गई है उसके अनुसार 18 वर्ष की सजा भुगत चुके अमरमणि त्रिपाठी और मधु मणि त्रिपाठी को मुक्‍त करने का आदेश देने की कृपा करें.


अमनमणि ने बताया कि सरकार द्वारा कुशल आचरण वाले कैदियों की सजा माफ की जा रही है. उनके पिता और माता दोनों अब तक 18 साल की सजा काट चुके हैं. ऐसे में उनकी क्षमा याचना का पत्र लंबे समय से विचाराधीन चल रहा है. पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि अगर आप आदेश दे देंगे, तो उनके माता-पिता की सजा माफ कर उन्हें रिहा कर दिया जाएगा. 


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