Gorakhpur News: कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल को बैन करने का दावा करने पर हंगामा मच गया है. गोरखपुर में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद् कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के खिलाफ अनोखा विरोध किया. उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ कर बजरंग बली की आरती उतारी. बजरंग दल को बैन करने की घोषणा के विरोध में कार्यकर्ता दाऊदपुर स्थित काली मंदिर पहुंचे थे. विश्व हिन्दू परिषद् प्रांत प्रचार प्रमुख दुर्गेश त्रिपाठी ने कहा कि बजरंग दल का एक-एक कार्यकर्ता देश के लिए समर्पित है. बजरंग दल कार्यकर्ता लोकतांत्रिक तरीके से पीएफआई के आतंक को समाप्त करने में लगे हैं.
बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने किया अनूठा विरोध
पीएफआई की बजरंग दल से तुलना को कार्यकर्ता चुनौती के रूप में ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और पीएफआई के गठबंधन का स्वाभाविक नतीजा है. बजरंग दल कांग्रेस की आंखों की किरकिरी बना है. उन्होंने ललकारते हुए कहा कि कांग्रेस देश की जनता को धोखा नहीं दे सकती. कांग्रेस ने बजरंग दल को बदनाम करने का प्रयास किया किया है. देश की जनता स्वीकार नहीं करेगी. प्रांत विधि प्रमुख अभय शाही ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव के लिए मेनिफेस्टो जारी करते समय राष्ट्रभक्त संगठन बजरंग दल की तुलना राष्ट्र विरोधी, आतंकवादी और प्रतिबंधित संगठन के साथ की है.
उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कांग्रेस का विरोध किया. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने चेताया कि गलत मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे. कांग्रेस बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात करती है. कांग्रेस का छिपा हुआ हिंदू विरोधी एजेंडा खुलकर सामने आ गया है. कांग्रेस को लोकतांत्रिक तरीके से जवाब दिया जाएगा. विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रांत विधि प्रमुख अभय प्रताप शाही, प्रांत दुर्गा वाहिनी संयोजिका रानी साहनी, गोपाल निषाद प्रान्त प्रसार प्रमुख मनोज गौड़, प्रचार प्रमुख राहुल गुप्ता, पूर्व महानगर संयोजक देवी लाल गुप्ता, मुकेश दुआ, बाबूलाल, विनय कुमार पांडे, राजेश पाल, बलराम त्रिपाठी, पंडित श्याम नारायण शुक्ल, महानगर कार्याध्यक्ष सूर्यनाथ सिंह, रीता शर्मा, संजय श्रीवास्तव, स्वीटी माही, सीमा गुप्ता, निधि मिश्रा, रागनी तिवारी, निशा नायक, सुप्रिया उपस्थित रहे.