गोरखपुर: वैश्विक महामारी कोरोना 2.0 ने कई परिवारों को बर्बाद कर दिया है. किसी ने पिता को खोया, किसी ने बेटे, तो किसी ने पति खो दिया. लेकिन, गोरखपुर के इस परिवार का तो कोरोना ने सबकुछ तबाह कर दिया. कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही सुंदरी देवी का सबकुछ लुट चुका है. तीन दिन में लगातार पति, बहू और शादीशुदा बेटे को खोने वाली सुंदरी देवी मन ही मन सरकारी तंत्र और प्रशासन को कोस रही हैं.


बिखर गया परिवार 
गोरखपुर के खोराबार के जंगल चंवरी शेख टोला की रहने वाली श्रीमती सुंदरी देवी का भरा पूरा परिवार रहा है. लेकिन, कोरोना महामारी से जूझ रहा ये परिवार अब पूरी तरह से बिखर गया है. सुंदरी देवी के पति यूपीसीएल से असिस्‍टेंट इंजीनियर के पद से सेवानिवृत्‍त 70 वर्षीय हीरालाल 30 अप्रैल को कोरोना की चपेट में आ गए. ऑक्‍सीजन लेवल तेजी से घटने लगा. उनकी हालत बिगड़ती गई. उन्‍हें ऑक्‍सीनज पर घर में ही आइसोलेट किया गया था. दो मई को ऑक्‍सीजन खत्‍म होने लगी तो परिजन ऑक्‍सीजन का इंतजाम करने के लिए गए थे. इसी बीच उनकी तबीयत ज्‍यादा खराब हो गई. सुबह 7:30 बजे उनकी मौत हो गई.


बहू की हुई मौत 
इसके बाद उनकी दूसरे नंबर की बहू चंपा देवी पत्‍नी मनोज सास की देखभाल करने के दौरान ही पॉजिटिव हो गईं. उनको सांस लेने में परेशानी होने लगी. उन्‍हें 3 मई को सदर अस्‍पताल में भर्ती कराने ले जाया गया. वहां पर उन्‍हें अस्‍पताल प्रशासन ने भर्ती नहीं किया. उनका ऑक्सीजन लेवल तेजी से नीचे जा रहा था. घर से ले जाया गया ऑक्‍सीजन लगाया गया था. लेकिन, जिला अस्‍पताल में एक इंक्‍जेक्‍शन लगाने के बाद ही कुर्सी पर बैठे-बैठे ही 2:30 बजे उनका दम निकल गया. 
  
बेटे की हुई मौत 
4 मई को श्रीमती सुंदरी देवी के बड़े बेटे गोरखपुर के दिव्‍यनगर में पत्‍नी गीता और तीन बच्‍चों के साथ रहने वाले सुरेश चंद कोरोना पॉजिटिव हो गए. उन्‍हें ऑक्‍सीजन लेवल कम होने और सांस की तकलीफ के बाद 28 अप्रैल को गोरखपुर के छात्रसंघ चौराहा के पैनिशिया अस्‍पताल में भर्ती कराया गया. वहां पर उनकी हालत बिगड़ने से 4 मई को सुबह 4 बजे के करीब मौत हो गई.


परिवार में मातम 
तीन मौतों के बाद श्रीमती सुंदरी देवी के परिवार में मातम पसरा हुआ है. परिवार में वो खुद कोरोना पॉजिटिव हैं. उन्‍हें घर में ही ऑक्‍सीनज पर रखा गया है. इसके अलावा बेटी अनीता और उनके पति अमित राज भी पॉजिटिव रहे हैं. बेटी 32 वर्षीय श्रीमती अनीता प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं. उनके पति अमित‍ राज देवरिया में प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं. अनीता की पिछले साल जून माहीने में शादी हुई थी. उनकी ससुराल गोरखपुर के बिछिया में है. वो मां की तबीयत खराब होने के बाद उनकी तीमारदारी के लिए होली से ही घर आई हैं.


खराब है बच्चों की तबीयत 
श्रीमती सुंदरी देवी की बेटी अनीता बताती हैं कि उनके दूसरे नंबर के भाई मनोज के बच्‍चे 16 साल की जया, 17 साल के राहुल, 15 साल की प्रिया, 12 साल की दिव्‍या को भी खांसी आ रही है. उन्‍हें बुखार के सा‍थ कोरोना के लक्षण भी साफ दिख रहे हैं. तीसरे नंबर के भाई प्रमोद और पत्‍नी सीमा के साथ तीनों बच्‍चों 12 साल के सूर्य प्रताप, 5 साल के आदर्श, डेढ़ साल का आर्नव को भी खांसी और बुखार है.


नहीं मिल रही है मदद
अनीता बताती हैं कि इसके अलावा बड़े बेटे स्‍वर्गीय सुरेश चन्द के दिव्‍यनगर में रहने वाली पत्‍नी गीता कोरोना पॉजिटिव होने के साथ मानसिक रूप से भी बीमार हो गईं हैं. उनके तीनों बच्‍चों 18 साल के अभिषेक, 17 साल के विशाल, 13 साल की खुशी को भी बुखार और खांसी आ रही है. इनमें से किसी भी बच्‍चों का जिला प्रशासन और स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने अब तक कोरोना जांच कराने की जहमत तक नहीं उठाई. दो जगहों पर रहने वाला परिवार आज भी जांच और प्रशास‍निक सुविधाओं का इंतजार कर रहा है. परिवार चाहता है कि अब किसी की जान न जाए. लेकिन, प्रशासनिक तंद्रा टूटने का नाम नहीं ले रही है.    


ये भी पढ़ें:  


UP Coronavirus Update: सामने आए 26780 नए केस, 24 घंटे में 353 लोगों की हुई मौत