Gorakhpur Today News: यूपी के गोरखपुर में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में छात्राओं के साथ हैवानियत की गई है. खाना मेन्यू के हिसाब से नहीं मिलने की शिकायत के बाद वार्डन ने बच्चियों को बेरहमी से पीटा है. पिटाई से बच्चियों को हाथ, पीठ, सीने और शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोटें आई हैं.
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद जांच में मामला सही पाया गया है. हालांकि अभी तक वार्डन के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से अभिभावकों और अन्य लोगों में खासी नाराजगी है. गोरखपुर के खजनी कस्बे के उसावां बाबू गांव में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का ये वीडियो बताया जा रहा है.
वार्डन ने छात्राओं को पीटा
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की वार्डन अर्चना पांडेय पर छात्राओं को डंडे से पीटने के आरोप लगे हैं. बताया जा रहा है कि मेन्यू के हिसाब से मानक अनुरूप भोजन नहीं मिलने की शिकायत के बाद वार्डन ने छात्राओं को बेरहमी से पीटा है. कई छात्राओं के शरीर पर चोट के गहरे निशान हैं.
जांच में मामला पाया गया सही
कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं वायरल वीडियो में रोते हुए अपने हाथ, पीठ और पेट के गंभीर जख्मों के निशान को दिखा रही हैं. शनिवार को इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए रामेन्द्र कुमार सिंह ने जांच टीम गठित की. जांच टीम ने जाकर इसकी सत्यता को जानने की कोशिश की तो मामला सही पाया गया. बीएसए ने रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की बात कही है.
पुलिस ने की छात्राओं से पूछताछ
शनिवार को जांच टीम पहुंची, तो हड़कंप मच गया. जांच टीम के सदस्यों ने वार्डन के साथ छात्राओं के साथ भी बातचीत की. इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस भी देर रात कस्तूरबा विद्यालय पहुंची और छात्राओं और वार्डन से घटना के बारे में पूछताछ की. इस मामले में छात्राओं और अभिभावकों की शिकायत के बाद पुलिस भी कार्रवाई की बात कह रही है.
अभी तक क्यों नहीं हुई कार्रवाई?
हालांकि अभी इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन जांच में मामला सही पाए जाने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को भी रिपोर्ट भेज दी गई है. हैरानी की बात ये है कि वीडियो वायरल होने के बाद भी वार्डन की मौजूदगी की वजह से विद्यालय की छात्राएं डरी-सहमी हैं.
तीन दिन के भीतर समिति सौंपेगी रिपोर्ट
शनिवार को जिले के सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी एसके श्रीवास्तव और डीसी रमेश चंद भी विद्यालय पहुंचे. विद्यालय की कई छात्राओं ने वार्डन पर मेन्यू के अनुसार भोजन, फल और दूध आदि नहीं देने के आरोप लगाए. इसका विरोध करने पर उनकी पिटाई की गई. गोरखपुर के बीएसए रामेन्द्र कुमार सिंह ने कहा है कि जांच में वीडियो सही पाया गया है. समिति जांच रिपोर्ट तीन दिन के भीतर सौंपेगी. इसके बाद इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.
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