गोरखपुर: वैश्विक महामारी कोरोना के बीच होने वाले दो दिवसीय गोरखपुर महोत्सव का आगाज 12 जनवरी को होगा. पूर्वांचल का मिनी जुहू चौपाटी कहे जाने वाले रामगढ़ताल परिक्षेत्र में होने वाला महोत्सव प्राकृतिक सौंदर्य की दृष्टि से भी लोगों का आकर्षित करेगा. सड़क के पूरब ओर रामगढ़ताल का खूबसूरत नजारा और दूसरी ओर चंपा देवी पार्क में होने वाले महोत्सव में लोककलाकारों की प्रस्तुतियां लोगों का मन मोहेंगी. गोरखपुर महोत्सव की तैयारियां लगभग अंतिम चरण में हैं. भव्य प्रस्तुति के लिए मंच तैयार है. हालांकि इस बार कोविड-19 को देखते हुए 5000 लोगों की जगह 1000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है.
कल होगा भव्य उद्धाटन
गोरखपुर महोत्सव के मुख्य महोत्सव का उद्घाटन 12 जनवरी को सुबह 12 बजे होगा. महोत्सव का उद्घाटन यूपी के पयर्टन मंत्री नीलकंठ तिवारी करेंगे. 13 जनवरी को समापन सत्र के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे. वे 13 जनवरी को अपराह्न 3 बजे कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे. गोरखपुर के एडीएम एफआर एवं गोरखपुर महोत्सव के नोडल ऑफीसर राजेश कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर महोत्सव का आगाज चंपा देवी पार्क में होना है. गोरखपुर महोत्सव रामगढ़ताल के पास हो रहा है.
नहीं होगा बॉलीवुड नाइट का आयोजन
राजेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना को देखते हुए गोरखपुर विश्वविद्यालय की जगह चंपा देवी पार्क को चुना गया है. इस बार बॉलीवुड नाइट का आयोजन नहीं किया गया है. स्थानीय कलाकारों को मंच देने का प्रयास किया गया है. उन्होंने बताया कि गोरखपुर और आसपास के लोगों को वे आमंत्रित करते हैं. वे यहां पर आएं और आनंद लें. उन्होंने बताया कि गोरखपुर महोत्सव का कल उद्घाटन होगा. उन्होंने बताया कि लोक गायिका मैथिली ठाकुर इस बार अपनी प्रस्तुति देंगी. पिछली बार की अपेक्षा मंच छोटा बनाया गया है. पिछली बार 5000 लोगों की व्यवस्था थी. इस बार 1000 लोगों की व्यवस्था की गई है. बाहर के कलाकारों के द्वारा खादी फैशन शो होगा.
कोविड नियमों का पालन
मुख्य मंच की व्यवस्था देख रहीं खाद्य सुरक्षा अधिकारी रहीं प्रतिमा त्रिपाठी ने बताया कि मंच का काम अंतिम चरण में है. उन्होंने बताया कि 12 जनवरी को गोरखपुर महोत्सव का आगाज होगा. गोरखपुरवासियों में इसे लेकर खासा उत्साह है. कोविड-19 के नियमों का पालन किया जा रहा है. पिछली बार 5 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था थी. इस बार उसे सीमित कर 1000 कर दिया गया है.
रामगढ़ ताल का खूबसूरत नजारा
स्थानीय कलाकार अनुराग सुमन और दीप्ति अनुराग ने बताया कि ये महोत्सव इस बार स्थानीय कलाकारों को समर्पित है. इस बार बॉलीवुड नाइट का आयोजन नहीं किया गया है. यहां के कलाकारों को मंच देने का प्रयास किया गया है. बहुत सारे आयोजन होंगे. कोविड नियमों का पालन करते हुए गोरखपुर महोत्सव मनाया जाएगा. कलाकारों के साथ गोरखपुरवासियों को भी इसका बेसब्री से इंतजार रहता है. उन्होंने बताया कि इस बार चंपा देवी पार्क में गोरखपुर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. जिसकी एक ओर पूर्वांचल का जुहू बीच कहे जाने वाले रामगढ़ताल का खूबसूरत नजारा लिया जा सकता है.
राष्ट्रीय युवा महोत्सव की पूर्व संध्या पर रेत शिल्प का आयोजन करने वाले बृजेश राम त्रिपाठी और गोरखपुर विश्वविद्यालय के ललित कला व संगीत विभाग के प्रोफेसर डा. भारत भू्षण और कलाकार महेश वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय युवा महोत्सव की पूर्व संध्या पर रेत शिल्प से स्वामी विवेकानंद की कृति को विभाग के कलाकारों द्वारा तैयार किया गया है. गोरखपुर महोत्सव में आने वाले लोगों के लिए ये देशप्रेम और आकर्षण का केन्द्र बनेगा. रेतशिल्प को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलने और चाहने वाले अभी से खूब सेल्फी लेने आ रहे हैं.
स्थानीय कलाकारों को मिलेगा मंच
इस बार गायिका मैथिली ठाकुर की प्रस्तुति होगी. इसके अलावा कथक नृत्यांगना माही, लोक गायिका रंजना राजिता पारम्परिक गीतों का गुलदस्ता लेकर आ रही हैं. इसके अलावा कवि सम्मेलन में दिनेश बावरा, पद्मश्री सुनील योगी, विष्णु सक्सेना, पद्मिनी सक्सेना और अखिलेश मिश्रा प्रस्तुति देंगे. पर्यटन के साथ स्वास्थ्य और रेडीमेड गारमेंट को भी प्रमोट किया जा रहा है. इसके अलावा सरस मेला, कृषि मेला, विभागों की योजनाओं संबंधी प्रदर्शनी, पुस्तक मेला का मंचन करें. इसके साथ महंत दिग्विजय नाथ पार्क में भी हॉट एयर बैलून, विज्ञान प्रदर्शनी, पूर्वांचल के महापुरुष के बारे में भी प्रदर्शनी के माध्यम से बताया जाएगा. इसके साथ स्वामी विवेकानंद और बाबा गोरखनाथ की एक मोबाइल प्रदर्शनी भी लगाया जाएगा.
इसके साथ ही कवि सम्मेलन, खादी प्रदर्शनी और लोकल से वोकल, आत्म निर्भर भारत की थीम को इसके माध्यम से आगे बढ़ाने का प्रयास है. खादी फैशन शो का भी आयोजन होगा. 4 फरवरी 1922 को चौरीचौरा कांड हुआ था. ये हम सभी के लिए एक अवसर है कि चौरीचौरा को एक शताब्दी वर्ष का आयोजन करते हुए राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करें. इसलिए चौरीचौरा कांड का स्वतंत्रता संग्राम को अहिंसा की ओर ले जाने के साथ एक सूत्र में देश को पिरोने के लिए चौरीचौरा के योगदान को श्रद्धांजलि देने के लिए अलग समिति चौरीचौरा पर नाटक का मंचन करेगी.
गोरखपुर का नाम रौशन करने वालों को सम्मान
गोरखपुर की कई विभूतियों ने विभिन्न क्षेत्रों में गोरखपुर का नाम रोशन किया है. उन्हें गोरखपुर गौरव पुरस्कार से सम्मानित करेंगे. समापन समारोह 13 जनवरी को अपराह्न 3 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों होगा. इस दौरान सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही डॉग शो, स्पोर्ट्स की गतिविधियां, मानवेन्द्र त्रिपाठी द्वारा निर्देशित विदेशिया नाटक प्रस्तुत किया जाएगा. इस अवसर पर सांसद रविकिशन द्वारा कविता पाठ और योजनाओं पर आधारित प्रस्तुति दी जाएगी. महोत्सव अवधि के दौरान 15 और 16 जनवरी को प्रदर्शनी और मेला स्थल पर छोटे मंच पर गोरखपुर के स्थानीय कलाकारों को प्रात्साहित करने के उद्देश्य से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा.
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