UP Politics: निकाय चुनाव में मिली हार को कोर्ट में चैलेंज करेंगी काजल निषाद, कहा- 'मेरे पास सबूत, बीजेपी ने की गड़बड़'
Gorakhpur News: सपा नेता काजल निषाद ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाए और कहा कि शुरू से जो काउंटिंग चल रही थी, वो उनके मुताबिक नहीं चल रही थी. मेरे पास गड़बड़ी के सबूत हैं.
UP nikay Chunav Results 2023: गोरखपुर से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की महापौर प्रत्याशी काजल निषाद (Kajal Nishad) ने निकाय चुनाव में मिली हार को कोर्ट में चैलेंज करने की बात कही है. उन्होंने कहा भाजपा (BJP) ने चुनाव जीतने के लिए तीन पांच किया है. मेरे पास सबूत हैं कि कैसे 3.50 लाख वोटों को 5 लाख किया गया. काजल ने निर्वाचन आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाए.
सपा नेता ने कहा कि उन्हें जनता ने सहयोग किया. कारवां बढ़ता जा रहा था. परिवर्तन का माहौल था. भाजपा जनता का मजाक उड़ाने का काम करती है. भाजपा कहती है, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ. जबकि बेटी रुलाने का काम करते हैं. योगी जी काजल निषाद को रुलाएंगे. मोदी जी खिलाड़ी बेटियों को रुलाएंगे. वो धरने पर बैठी रो रही हैं. वो आम बेटियां नहीं हैं. खास बेटियां हैं. हमारा गौरव हैं. खिलाड़ी बेटियां हैं जो मेडल लेकर आती हैं. मोदी जी गर्व के साथ अपनी फोटो लगाते हैं. योगी जी भी प्रसन्न होते हैं. तुरंत अपना बड़का फोटो लगाकर खिलाड़ी बेटियों का छोटा-छोटा फोटो लगाकर कहते हैं, हमारी वजह से मिला मैडल. वही बिटिया जब रोए तो न योगी जी ध्यान देंगे न मोदी जी ध्यान देंगे.
चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
निकाय चुनाव में मिली हार को लेकर काजल निषाद ने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाया और कहा कि, 'मैं कैसे मान लूं कि वो खरीदे हुए नहीं हैं. मैं कैसे मान लूं कि शुरू से जो काउंटिंग चल रही थी, वो उनके मुताबिक नहीं चल रही थी. मैं दोबारा जनता का प्यार हासिल करूंगी, लेकिन ये जनता ने नहीं, सरकार ने तीन-पांच किया है. सरकार का तीन-पांच मुझे कतई मंजूर नहीं है. उसके लिए मैं लड़ाई लडूंगी. कोर्ट जाऊंगी. मेरे पास सारे प्रूफ हैं, सारे पेपर हैं जिसमें तीन पांच किया गया है. किस राउंड में कितने बजे गड़बड़ी हुई है, सब है मेरे पास. मैं प्रूफ लेकर कोर्ट जाऊंगी.
अखिलेश यादव के सामने रखेंगी सीक्रेट
काजल निषाद ने कहा की आज बैठक में मैं अखिलेश यादव के सामने कुछ सीक्रेट रखूंगी. संजय निषाद के जाति पर सवाल उठाने पर कहा, वो नहीं जानते हमारी संस्कृति क्या है. बेटियां शादी के बाद ससुराल की हो जाती हैं. वही उसका परिवार है. ताउम्र बेटियां ससुराल में रहती हैं. डोली मायके से उठती है लेकिन अर्थी ससुराल से उठती है, क्या उन्हें नहीं पता. वो कुछ भी कहें, उसे मान नहीं लिया जाएगा. वही थे जो कह रहे थे, राम खीर खाकर पैदा नहीं हुए. कुछ और करके पैदा हुए. ये किसको कहा, भगवान श्रीराम को. बीजेपी वाले अगर राम की माताजी पर भी लांछन लगाएं, तब भी उन्हें बुरा नहीं लगता है क्योंकि वहां सब दूध के धुले हैं.
मायावती को लेकर कही ये बात
मायावती की बैठक पर काजल निषाद ने कहा, वो बैठक कर रही हैं अच्छी बात है, लेकिन उन्हें बोलना चाहिए. बहुत चीजें वो नहीं बोलती. लखनऊ को उन्होंने और अखिलेश जी ने सुंदर बनाया. मायावती को फ्रंट पर आकर लड़ना चाहिए. लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा, "पार्टी का आदेश सर आंखों पर होगा. मैं कहीं से दावेदारी नहीं करती. मुझे जिम्मेदारी दी जाती है तो पीछे नहीं हटती. मैं लड़की हूं, दमदारी से लड़ती हूं."
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