गोरखपुर, एजेंसी. भाजपा कार्यकर्ता के एक रिश्तेदार की गोली लगने से हुई मौत के आरोपी को पकड़ने में पुलिस के विफल रहने पर पार्टी विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें यह काम कराने के लिए टि्वटर का सहारा लेना पड़ा.
गोरखपुर की सदर सीट से विधायक अग्रवाल ने शुक्रवार को बताया कि गोरखपुर के एक भाजपा कार्यकर्ता के रिश्तेदार की गोली लगने से हुई मौत के आरोपी को पकड़ने में लखीमपुर खीरी पुलिस नाकाम साबित हुई. इसपर उन्होंने टि्वटर का सहारा लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इसकी जानकारी दी.
विधायक ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में कई बार अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया लेकिन जब उन्हें कोई उचित समाधान नहीं मिला तब उन्होंने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री को ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी. लेकिन समस्या का समाधान होने पर देर रात उन्होंने ट्वीट हटा दिया.
अग्रवाल ने बताया कि 17 अगस्त को उन्होंने अपर मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी को पांच बार फोन किया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद उन्होंने टि्वटर का सहारा लिया और फिर अधिकारियों ने फोन कर कार्रवाई का आश्वासन दिया. जब लखीमपुर खीरी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया तो उन्होंने ट्वीट हटा दिया.
भाजपा कार्यकर्ता एम प्रताप के रिश्तेदार अजीत प्रताप की लखीमपुर खीरी में 25 जून को गोली लगने से मौत हो गई थी.
प्रताप के अनुसार अजीत अपने पड़ोसी मुस्तफा की बेटी की शादी के दौरान अपने फ्लैट की बालकनी में खड़े थे कि तभी शानू खान नाम के व्यक्ति ने हर्ष फायरिंग शुरू कर दी. इस दौरान एक गोली अजीत को लग गई और उनकी मौत हो गई. उनका शव दो दिन तक फ्लैट में पड़ा रहा. पुलिस ने सूचना मिलने पर शव का पोस्टमॉर्टम कराया जिसमें यह बात सामने आई कि मौत गोली लगने से हुई है.
विधायक अग्रवाल ने कहा, 'यह विधायक का काम है कि वह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के काम को गंभीरता से लें. मुख्यमंत्री योगी का भी निर्देश है कि पार्टी के विधायक और सांसद अपने क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हों और उन्हें इंसाफ दिलाएं.'
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