Gorakhpur News: आगरा से लोड होकर गोरखपुर के एक व्यापारी के माध्यम से नेपाल और बांग्लादेश भेजी जा रही नशे में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की खेप को गोरखपुर, संतकबीरनगर और कुशीनगर में हाइवे पर बरामद किया गया है. हाईवे पर शनिवार की शाम छापा मारकर औषधि विभाग की टीम ने ये बरामदगी की है. कफ सिरप की कीमत दो करोड़ रुपए के करीब बताई जा रही है. टीम ने गोरखपुर के व्यापारी द्वारा घूस के रूप में भेजे गए 15 लाख रुपए भी जब्त किए हैं. ब्लैक मार्केट में इसकी कीमत 10 से 15 करोड़ रुपए बताई जा रही है. ये दवाएं नारकोटिक्स ड्रग्स में (एनडीपीएस) में शामिल है. इसे चिकित्सक के पर्चे के नहीं बेचा जा सकता है. इस मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
क्या है पूरा मामला?
गोरखपुर के गीडा थानाक्षेत्र के तेनुआ टोल प्लाजा के पास वाराणसी-बस्ती मंडल के सहायक औषधि आयुक्त नरेश मोहन दीपक और डिप्टी कमिश्नर ड्रग्स गोरखपुर मंडल एजाज अहमद के नेतृत्व में शनिवार की देर शाम एक कंटेनर को रोककर उसकी जांच की गई. मुखबिर की सूचना पर हुई जांच में ब्लीचिंग पाउडर के नाम पर चालान बनवाया गया था. लेकिन भारी मात्रा में टीम ने प्रतिबंधित फेंसेडील कफ़ सीरप की बरामद की है. ये कोडीन आधारित खांसी का सिरप है. जिसकी अधिक मात्रा का सेवन करने पर नशा होता है. इसे युवा अधिकतर नशे के लिए इस्तेमाल करते हैं. ये दवाएं नारकोटिक्स ड्रग्स में (एनडीपीएस) में शामिल है. चिकित्सक के पर्चे के बगैर इसकी बिक्री पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है. इसके बाद पूछताछ में संतकबीर नगर और कुशीनगर में कंटेनर और डीसीएम से भारी मात्रा में कफ सिरप की पेटियां बरामद हुईं. रविवार देर शाम तक अधिकारी इसकी काउंटिंग और मिलान के साथ कागजी कार्रवाई में जुटे रहे.
गोरखपुर के गीडा थाने पर भारी मात्रा में बरामद इन दवाओं की खेप का मिलान किया जा रहा है. टीम ने गोरखपुर में हाईवे पर रोके गए कंटेनर से ब्लीचिंग पाउडर के नाम पर ले जाए जा रहे कंटेनर से 300 पेटी, संतकबीरनगर से 200 पेटी और कुशीनगर के हेतिमपुर से 400 पेटी नशीली दवाओं की खेप हाईवे पर डीसीएम से बरामद किया है. इस मामले में मुकदमा भी पंजीकृत किया गया है. गोरखपुर के व्यापारी द्वार घूस के रूप में भेजे गए 15 लाख रुपए को भी टीम ने जब्त किया है. रविवार देर शाम तक नशीली दवाओं की खेप की मिलान के साथ गिनती और कागजी खानापूर्ति चलती रही.
छह आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
तीनों वाहनों को बरामद किया गया. तीनों वाहनों का चालान ब्लीचिंग पाउडर के नाम पर बनवाया गया था. शुक्रवार को आगरा से लोड करके गोरखपुर के गीडा में डंप कर दूसरे वाहनों से तस्कर इसे नेपाल और बांग्लादेश भेजने की फिराक में रहे हैं. इस कफ सिरप का बेच नंबर पीएचसी-22092 है. ये जुलाई 2022 में निर्मित है. वर्ष 2023 के दिसंबर में एक्स्पायर डेट लिखी है. फेंसिडल 100 एमएल के एक बोतल की कीमत 205 रुपए 31 पैसे दर्ज है. इन्हें वाहनों में हाउसहोल्ड मैटेरियल के बीच में डालकर तस्करी की योजना रही है. इन दवाओं में कफ सिरप फेंसिडिल, ट्रमाडोल, हाइड्रोक्लोराइड, एल्प्राजोलाम, पेराजोसिन के अलावा बू्प्रीमार्सिन इंजेक्शन शामिल है. इनका इस्तेमाल नशे के तौर पर होता है. फेंसिडिल सिरप को लाइसेंसशुदा व्यापारी ही रखने के साथ चिकित्सक के पर्चे पर ही बेच सकते हैं. बगैर चिकित्सके पर्च के इसे बेचा नहीं जा सकता है. इसकी खरीद और बिक्री का भी हिसाब रखना होता है.
गोरखपुर मंडल के सहायक आयुक्त औषधि विभाग एजाज अहमद ने बताया कि इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. अन्य आरोपियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है. उन्होंने बताया कि छापेमारी में फेंसिडिल का सिरप भारी मात्रा में बरामद हुई है. कोई भी लाइसेंस इनकी ओर से प्रस्तुत नहीं किया गया है. इन दवाओं को नशे के लिए बाहर तस्करी किया जा रहा था. तीन वाहनों को जप्त किया गया है. गोरखपुर, संतकबीरनगर और कुशीनगर के हेतिमपुर तेनुआटोल प्लाजा के पास से बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि इसकी भी जांच की जा रही है कि इसे देश के बाहर कहां भेजा जा रहा था. आरोपियों के पास से मोबाइल और 15 लाख रुपए कैश भी जप्त किया गया है.
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