Gorakhpur News: काकोरी बलिदान दिवस के अवसर पर गोरखपुर (Gorakhpur) में देश के सबसे बड़े ड्रोन शो का आयोजन किया गया. गोरखपुर के आसमान में 750 ड्रोन से काकोरी ट्रेन एक्शन और क्रांतिकारियों की शहादत को दिखाया गया. जिसने भी इस अद्भुत और अलौकिक नज़ारे को देखा, मंत्रमुग्ध हो गया. आसमान में कभी भारत देश का नक्शा नज़र आया तो कभी ट्रेन और शहीद चंद्रशेखर आज़ाद का चेहरा. कार्यक्रम में सीएम योगी, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, सांसद रवि किशन और तमाम विधायक भी मौजूद रहे.


इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि आज काकोरी बलिदान दिवस है. देश की आज़ादी के लिए राजधानी लखनऊ के पास काकोरी में भारत के खजाने को जिसे ब्रिटिश राज देश के बाहर भेजना चाहती थी, उसे लूटा था. उस समय क्रांतिकारियों को गिरफ्तार किया गया. रामप्रसाद बिस्मिल को 1927 में गोरखपुर में फांसी हुई थी. ब्रिटिश इतने डरे थे कि दो दिन पहले ही फांसी दे दी. आज हम देश के आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. काकोरी ट्रेन में सिर्फ 4600 रुपए का ही खजाना था, लेकिन ब्रिटिशों ने क्रांतिकारियों के लिए 10 लाख रुपए फूंक दिए. 


इस मौके पर सीएम ने ये कहा
सीएम योगी ने कहा कि क्रांतिकारियों के बलिदान की अनगिनत कथा है. 1857 का प्रथम स्वंतत्रता आंदोलन उत्तरप्रदेश के ही मंगल पांडेय की देन था. देश के स्वतंत्रता में क्रांतिकारियों ने अमर बलिदान दिया. आज़ादी की पहली क्रांति 1857 में झांसी से शुरू हुई. मेरठ में धन सिंह कोतवाल ने बिगुल फूंका. उत्तरप्रदेश की सरकार आज़ादी के नायकों का सम्मान कर रही है. हम अपनी परम्पराओं के वर्तमान के वाहक हैं. हमें परम्पराओं, विरासत पर गर्व होना चाहिए. जो ब्रिटेन हम पर 200 वर्ष शासन करता रहा, उसे पछाड़कर भारत 5वी बड़ी अर्थव्यवस्था बना है. जिन 20 देशों में इनोवेशन और पेटेंट होता है. भारत उन 20 देशों का जी-20 के माध्यम से नेतृत्व कर रहा है. 


इस ड्रोन शो को देखने हज़ारों की संख्या में लोग पहुंचे. जिसने भी शो देखा, यही कहा कि ऐसा अद्भुत नजारा पहले नहीं देखा. जैसी उम्मीद लेकर आये थे, उससे बेहतर मंजर देखने को मिला. सीएम योगी ने आगे कहा कि देश की आज़ादी के लिए राजधानी लखनऊ के पास काकोरी में भारत के खजाने को जिसे ब्रिटिश राज देश के बाहर भेजना चाहती थी,उसे लुटा था. उस समय क्रांतिकारियों को गिरफ्तार किया गया. रामप्रसाद बिस्मिल को 1927 में गोरखपुर में फांसी हुई थी. ब्रिटिश इतने डरे हुए थे कि दो दिन पहले ही फांसी दे दी. 


इसी के साथ सीएम योगी ने कहा कि क्रांतिकारियों के बलिदान की अनगिनत कथा है. 1857 का प्रथम स्वंतत्रता आंदोलन उत्तरप्रदेश के ही मंगल पांडेय जी की देन थी. देश के स्वतंत्रता में क्रांतिकारियों ने अमर बलिदान दिया, गोरखपुर में चौरी-चौरा घटना में किसानों ने भाग लिया. आज़ादी के पहले क्रांति 1857 में झांसी से क्रांति हुई,मेरठ में धन सिंह कोतवाल ने बिगुल फूंका.


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