Gorakhpur News: आर्थिक तंगी से जूझ रहा था परिवार, नहीं मिला सहारा तो 2 बेटियों समेत पिता ने लगाई फांसी
Gorakhpur Police: पुलिस की मानें तो सिलाई करने वाले जितेंद्र और उसके परिवार के लोग आर्थिक तंगी की वजह से परेशान थे. फोरेंसिक टीम के साथ पहुंचे पुलिस के अधिकारी सभी पहलुओं की पड़ताल कर रहे हैं.
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Gorakhpur News: यूपी के गोरखपुर (Gorakhpur) में मंगलवार को हृदय विदारक घटना ने लोगों का दिल दहला दिया. एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत की सनसनीखेज वारदात ने सनसनी फैला दी. दरअसल, गोरखपुर के घोषीपुरवा मोहल्ले में मंगलवार की सुबह जितेंद्र श्रीवास्तव और उनकी दो बेटियां मान्या और मानवी का शव कमरे में फंदे से लटका मिला. दो साल पहले कैंसर पीड़ित पत्नी की मौत हो गई थी. पुलिस के आलाधिकारियों की मानें तो कपड़े की सिलाई करने वाले जितेंद्र और उनके परिवार के लोग आर्थिक तंगी की वजह से परेशान थे. फोरेंसिक टीम के साथ पहुंचे पुलिस के अधिकारी घटना से जुड़े सभी पहलुओं की पड़ताल कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र के घोसीपुरवा मोहल्ले के रहने वाले ओम प्रकाश श्रीवास्तव 15 साल से गोरखपुर में रहते हैं. वे मूल रूप से बिहार के सिवान जिले के गुठनी के रहने वाले 64 साल के ओम प्रकाश श्रीवास्तव दो बेटे जितेन्द्र श्रीवास्तव 45 वर्ष और नितीश कुमार श्रीवास्तव के हैं. उनके दोनों बेटों के बीच बंटवारा हो चुका है. सिलाई करने वाले बड़े बेटे जितेंद्र श्रीवास्तव के साथ ओमप्रकाश रहते रहे हैं. जितेंद्र की पत्नी की कैंसर से फरवरी 2020 में मृत्यु हो गई. पत्नी की मौत के बाद जितेन्द्र का ट्रेन हादसे में दायां पैर कट गया था. उपचार में ज्यादा धन खर्च होने की वजह से परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहता रहा है. जीविका चलाने के लिए जितेंद्र सिलाई का काम करते रहे हैं.
फंदे पर लटके मिले शव
मृतक जितेन्द्र के पिता ओम प्रकाश श्रीवास्तव और भाई नितीश श्रीवास्तव ने बताया कि मंगलवार की सुबह सात बजे लौटे तो मुख्य दरवाजा खुला हुआ था. अंदर जाकर उन्होंने देखा तो अलग-अलग कमरे में बेटा जितेंद्र और पौत्री 16 वर्षीय मान्या और 14 वर्षीय मानवी का शव पंखे से बंधे दुपट्टे के सहारे लटक रहा था. चीखते हुए बाहर निकले ओमप्रकाश ने घटना की जानकारी पड़ोसियों के साथ ही शाहपुर थाना पुलिस को दी. पड़ोसी रमेश चन्द्र गुप्ता ने बताया कि उनके मोहल्ले में जितेन्द्र और उनकी दो बेटियों का शव फंदे से लटकता मिला है. जितेन्द्र सिलाई का काम करते रहे हैं. दो साल पहले उनकी पत्नी की मौत हो गई थी. बच्चियों का व्यवहार भी अच्छा रहा है. वे पढ़ती भी रही हैं. कैसे क्या हुआ, उन्हें पता नहीं है. पुलिस को बुलाया गया है.
फोरेंसिक टीम के साथ पहुंचे एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई, प्रभारी निरीक्षक थाना शाहपुर रणधीर मिश्रा मामले की जांच कर हैं. एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया कि घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच चल रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ होगी. परिवार और उनके पिता से बातचीत में आर्थिक तंगी और कर्ज में डूबे होने की बात सामने आ रही है. फोरेंसिक टीम और पुलिस जांच कर रही है. लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
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