Gorakhpur News: यूपी की गोरखपुर पुलिस (Gorakhpur) और साइबर सेल को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने फिशिंग लिंक के माध्यम से सोशल मीडिया और बीजीएमआई अकाउंट को हैक कर बेचने वाले दो गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इंडोनेशिया से फिशिंग लिंक खरीदकर ये लोग सोशल मीडिया अकाउंट और बीजीएमआई हैक कर लेते रहे हैं.


इसके बाद वे अकाउंट होल्‍डर के अकाउंट का पासवर्ड चेंज कर रुपए अपने वॉलेट में भेजकर उन लोगों से अकाउंट को री-गेन करने की एवज में रुपए की मांग करते रहे हैं. उनके अकाउंट का गलत इस्तेमाल भी किए जाने का पुलिस को शक है. बीजीएमआई पब्जी की तरह का एक गेम है, जो भारत में बैन है. इस गैंग का जाल यूपी, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्‍यों के साथ इंडोनेशिया तक फैले हुए हैं.  


क्या है पूरा मामला?
इस घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी कृष्‍ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि गोरखपुर के रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के रहने वाले आदित्य सिंह नाम के युवक ने 12 अक्टूबर को सूचना दी कि उसका सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर और बीजीएमआई को हैक कर लिया गया है. उससे 4 हजार रुपए मांगे जा रहे हैं. इसके अलावा उसे जान से मारने और बदनाम करने की धमकी भी दी जा रही है. इसी बात को साइबर सेल गोरखपुर और रामगढ़ ताल पुलिस ने जांच की तो बड़े रैकेट का खुलासा हुआ. इसमें कई राज्‍यों के सदस्य जुड़े हुए हैं. इसमें यूपी, पश्चिम बंगाल से लेकर इंडोनेशिया तक के तार जुड़े हैं.


देवरिया के स्वामी विवेकानंद कॉलोनी के रहने वाले अंश बरनवाल नाम के गैंग के सदस्य ने सबसे पहले पश्चिम बंगाल के बसिरहाट साईपल्ला नवापल्ली क्लब थाना बसिरहाट जनपद 24 नॉर्थ परगना के रहने वाले अभिजीत हलधर नाम के गैंग के सदस्य के साथ मिलकर अकाउंट हैक कर रुपए की मांग की थी.


भारत में बैन पब्जी जैसे खेल बीजीएमआई (बैटलग्राउंड मनी इन इंडिया) के अंदर लेवल अचीव करने के बाद उसमें बहुत सारे पैसे रखते हैं. उसी को अचीव करके बेचने के लिए रुपए मांगे गए थे. जिसका अकाउंट हैक किया गया था, उससे अकाउंट को वापस पाने के एवज में 4 हजार रुपए मांगे गए थे. इस प्रकार के तमाम फ्रॉड प्रदेश और भारत में किए हैं.
 
24 परगना बंगाल के रहने वाले अभिजीत हलधर ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि इंडोनेशिया के किंग नाम के युवक से वो टेलीग्राम पर मिले युवक से ये अकाउंट 380 रुपए में खरीदते रहे हैं. ये लोग एक दिन में 15 से 20 लोगों के साथ इस गेम के माध्यम से ठगी करते रहे हैं. इन लोगों के द्वारा गेम का एक्सिस लेने के बाद अकाउंट होल्डर के गेम अकाउंट में कितने पैसे है यह पता चल जाता रहा है. एक युवक से ये 60 से 70 हजार वसूलता रहे हैं. ये लोग फिशिंग लिंक जनरेट करते हैं.


इसके माध्यम से जो भी युवक ट्रेडिंग सेल सोशल मीडिया पर डालता है. उसका अकाउंट ये हैक कर लेते हैं. उसके पासवर्ड बदल देते हैं. ओरिजनल यूजर के मनी को अपने वॉलेट में ट्रांसफर करके ले लेते हैं. इसमें सफल नहीं होने पर उसे री-गेन करने के लिए रुपए की मांग करते हैं. इस प्रकार का ये नया फ्रॉड करने का तरीका है. नए जनरेशन के लोगों को इस प्रकार के किसिंग लिंक के यूज से बचना चाहिए. जो अपने अकाउंट की डीटेल को शो कर दे रहे हैं. उन लोगों को डबल फैक्टर एथेंटिकेशन रखें.


पुलिस ने दो लोगों को किया गिरफ्तार 
पुलिस की पूछताछ में आरोपी अभिजीत ने बताया कि वह फिशिंग लिंक के माध्यम से अलग-अलग सोशल नेटवर्किंग साइट जैसे ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और गेम पोर्टल पर प्रसारित करता है. उस फिशिंग लिंक पर जो कोई भी क्लिक कर अपना सोशल मीडिया अकाउंट का आईडी पासवर्ड एंटर करता था, वह आईडी और पासवर्ड उसे मिल जाती थी. पासवर्ड और आईडी मिलते ही अभिजीत उस आईडी का यूजर आईडी, पासवर्ड, लिंक मोबाइल नम्बर, ईमेल आईडी बदल देता था. उसकी पहचान बदलकर अपनी ईमेल आईडी लिंक कर देता था.


नए रूप में बदलने के बाद सोशल मीडिया साइट टेलीग्राम और डार्क नेट के जरिए वह ट्विटर, फेसबुक, बीजीएमआई गेम अकाउंट उसी कस्टमर को या फिर दूसरे को बेच देता था. वहीं आरोपी अंश ने पुलिस को बताया कि टेलीग्राम के जरिए ही वह ट्विटर, फेसबुक, बीजीएमआई गेम अकाउंट खरीदता रहा है. उसकी प्रोफाइल बदलकर दूसरे या पुराने अकाउंट होल्डर को बेचता रहा. पुलिस ने इनके पास से चार मोबाइल और आईपैड बरामद किया है. पुलिस ने इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और कार्रवाई में जुट गई है.


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