Gorakhpur News: मुंहबोला भाई बनकर प्रेमिका के ससुराल जाना पड़ा भारी, पति को हुई जानकारी तो शख्स को उतारा मौत के घाट
Gorakhpur Police: पति ने प्रेमी को घर पर दावत पर बुलाकर छककर शराब पिलाई और पत्नी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर लाश ठिकाने लगा दी. पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
Gorakhpur News: गोरखपुर (Gorakhpur) में मुंहबोला भाई बनकर बार-बार प्रेमिका के ससुराल जाकर रहना एक युवक को भारी पड़ गया. उसे इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. दरअसल, एक युवक का गांव की ही युवती से प्रेम संबंध रहा है. प्रेमिका की शादी के बाद भी प्रेमी-प्रेमिका को मुंह बोली बहन बनाकर उसके ससुराल जाता रहा है. प्रेमिका का पति बाहर रहता रहा है. यही वजह है कि ससुरालवालों को उस पर शक नहीं हुआ.
दरअसल, जब पति दीपावली पर वापस आया, तो पत्नी और उसके प्रेमी के प्रेम संबंध पर उसे शक हो गया. इसे लेकर पति-पत्नी के बीच खूब झगड़ा हुआ. इसके बाद पति ने प्रेमी को घर पर दावत पर बुलाकर छककर शराब पिलाई और पत्नी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर लाश ठिकाने लगा दी. पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
क्या है पूरा मामला?
गोरखपुर के एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने पुलिस लाइन सभागार में घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि 14 दिसम्बर को सहजनवा थानाक्षेत्र के माड़र रेगुलेटर बंधा के किनारे एक युवक की लाश मिली. भैंस चराने गए लोगों ने बोरे में शव बंधा देखकर पुलिस को सूचना दी. अगले दिन उसकी शिनाख्त खोराबार के लालपुर टीकर गांव के छावनी टोला निवासी मुन्ना कुमार (28) के रूप में हुई.
सहजनवां पुलिस ने जांच शुरू की तो हत्या के पीछे आशिकी का मामला सामने आया. जांच में पता चला कि पीपीगंज के बेलघाट बुजुर्ग गांव निवासी राहुल शर्मा के घर अक्सर मृतक दिखता रहा है. पुलिस की जांच में सामने आया कि मुन्ना के गांव की रहने वाली सीता की शादी राहुल शर्मा से हुई है. सीता से मुन्ना का प्रेम संबंध रहा है. वह सीता से मिलने अक्सर उसके ससुराल जाता रहा है. जहां सीता को अपनी मुंहबोली बहन बताता रहा.
सीता का पति राहुल शर्मा कारपेंटर का काम करता है. वह बाहर रहता था. यही वजह है कि किसी को कुछ पता नहीं चल सका. दिवाली में जब वह घर आया, तब उसे मुन्ना के बारे में पता चला. इसको लेकर सीता और राहुल में विवाद हुआ. कलह बढ़ने पर दोनों ने मुन्ना को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. सीता ने 12 दिसम्बर को मुन्ना को अपने घर पीपीगंज के बेलघाट बुजुर्ग में बुलाया. तय प्लान के मुताबिक राहुल शर्मा ने उसे खूब दारू पिलाई और जब वह पूरी तरह से नशे में धुत हो गया, तब उसके सिर पर प्रहार कर उसकी हत्या कर दी.
इसके बाद 12 दिसम्बर की रात में ही मुन्ना की हत्या कर दी गई. लाश को अपने घर में 24 घंटे तक छुपाए रखा. 13 दिसम्बर की रात में 9 बजे के बाद बोरे में शव को भरकर घर से 7 किमी दूर ले जाकर बंधे के किनारे फेंक आए. वहीं उसका मोबाइल और जूता पन्नी में बांधकर सिसई घाट से राप्ती नदी में फेंक दिया. आधी रात को शव को बाइक पर बीच बोरे में रखकर दोनों बंधे के किनारे ले गए. पति बाइक चला रहा था, तो पत्नी बोरे में भरा शव पकड़कर पीछे बैठी थी. पुलिस ने पति-पत्नी को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया.
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