Gorakhpur News: नौकर और नौकरानी के भरोसे घर और काम की जिम्मेदारी सौंपकर निश्चिन्त हो जाने वाले लोग सावधान हो जाएं. क्योकि ये खबर उनके लिए है, जो लोग बगैर जांच पड़ताल के घरों में सर्वेंट रखने के साथ ही उन पर विश्वास कर लेते हैं. ऐसा न हो कि ये विश्वास ही आपकी जान पर महंगा पड़ जाए. यूपी के गोरखपुर (Gorakhpur) में एक ऐसी ही वारदात का पुलिस ने खुलासा किया है. जहां पर घर पर काम करने वाली नौकरानी ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर मालिक के घर लूट का प्‍लान तैयार कर लूट की घटना को अंजाम दिलवा दिया. लेकिन वो पुलिस की नजर से बच नहीं सकी. मास्टरमाइंड नौकरानी समेत पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लूट का पर्दाफाश कर दिया.  


कैसे दिया लूट को अंजाम?
गोरखपुर के एसपी साउथ एके सिंह ने बताया कि गोरखपुर जिले के उरुवां थाना क्षेत्र के जगदीशपुर के रहने वाले रिटायर्ड रेलकर्मी रामाश्रय विश्वकर्मा के घर लूट की साजिश कोई और नहीं बल्कि उनकी नौकरानी ने ही रची थी. लेकिन गोरखपुर पुलिस सर्विलांस टीम और उरुवा इंस्पेक्टर सुनील निषाद और उनकी टीम ने सोमवार को आरोपी नौकरानी शिवकुमारी, विकास यादव, मुकेश यादव, हर्ष यादव और अभिषेक यादव को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपियों के पास से दो तमंचा, दो कारतूस, दो बाइक और लूट का एक लाख 15 हजार रुपए बरामद कर लिया. पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश कर जेल भिजवा दिया.


एसपी साउथ एके सिंह ने आरोपियों का खुलासा करते हुए बताया कि उरुवां के जगदीशपुर निवासी रामाश्रय विश्वकर्मा रेलवे में बड़े बाबू के पद पर कार्यरत रहे हैं. साल 2013 में वे रिटायर्ड हुए हैं. वर्तमान में वह अपने दोनों बेटों और बहू से अलग होकर दूसरे मकान में रहते हैं. उन्होंने खाना बनाने के लिए पिछले तीन महीने से बेलघाट के रसूलपुर निवासी शिवकुमारी को रखा था. नौकरानी रामाश्रय के साथ ही घर में रहती रही है. रामश्रय उसे 10 हजार रुपये मासिक वेतन देते थे. साथ ही उसकी आर्थिक मदद भी करते रहे हैं. 14 नवंबर 2022 की रात 8 बजे रामाश्रय ने पुलिस को फोन कर सूचना दी कि उनके घर में तीन लोगों ने 6 लाख कैश और करीब 4 लाख का जेवरात लूटा  है. पुलिस की जांच में सामने आया कि नौकरानी शिवकुमारी ही मास्टरमाइंड है और पूरी घटना में लुटेरों से मिली हुई है.


पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार 
पुलिस को मौके से ही दूसरे बॉक्स में से लूटे गए जेवरात मिल गए. वहीं पुलिस विवेचना में पता चला कि गोला गोपालपुर के अभिषेक ने लूट के लिए बाइक दी थी और वह घर के बाहर खड़ा होकर निगरानी कर रहा था. जबकि गोला के शिवपुर निवासी विकास यादव, बेलघाट के रसूलपुर माफी निवासी मुकेश यादव और गोला के देवकली निवासी हर्ष यादव घर में दाखिल हुए और एक ने नौकरानी शिवकुमारी को पकड़ लिया, तो दूसरे ने रिटायर्ड रेलकर्मी को पकड़ा और तीसरे ने अलमारी से कैश निकाला. इस पूरे घटनाक्रम की मास्टरमाइंड नौकरानी शिवकुमारी ही रही है. पुलिस ने शिवकुमारी समेत पांचों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया. घटना के एक दिन पहले इन सभी ने रेकी भी की थी. एसपी साउथ ने बताया कि नौकरानी बुजुर्ग से पहले भी लाखों रुपये ऐंठ चुकी है. हाल ही में उसने बुजुर्ग से अपने बेटे के लिए 90 हजार की बाइक खरीदी थी. आरोपी मुकेश और हर्ष पर दो-दो केस और अन्य आरोपियों पर एक-एक केस दर्ज हैं.


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