Gorakhpur News: यूपी के गोरखपुर (Gorakhpur) में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान (AIIMS) में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फर्जी नियुक्ति पत्र सौंपकर 17.65 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मुकदमा आरोपी के खिलाफ दर्ज किया गया था. पुलिस को आरोपी कई दिनों से तलाश रही थी. पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि आरोपी ने किसी और को तो अपना शिकार नहीं बनाया है.


गोरखपुर के कैंट थानाक्षेत्र के कूड़ाघाट में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान (एम्‍स) में नौकरी दिलाने के नाम पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था. आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी. पीड़ित कन्‍हई कुमार ने कैंट थाने में तहरीर देकर संतकबीरनगर के बखिरा थानाक्षेत्र के सिहटीकर निवासी प्रमोद कुमार पर एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया था.


क्या है पूरा मामला?
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि आरोपी प्रमोद कुमार ने उनसे एम्‍स में नौकरी के नाम पर 17 लाख 65 हजार रुपए लेकर कूटरचित नियुक्ति पत्र दे दिया. आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वो पहले डिजिटल ऑनलाइन सेंटर पर काम करता रहा है. उसके मालिक और दो पार्टनर ने उससे कहा कि कोई ग्राहक ढूंढकर लाओ, जो उन लोगों को रुपया दे सके. वे लोग उसे फर्जी नियुक्ति पत्र देकर रुपए हड़प लेंगे. उनके साथ मिलकर आरोपी ने कन्‍हई प्रसाद से 17.65 लाख रुपए हड़प लिए और उसे फर्जी नियु‍क्ति पत्र दे दिया.  


गोरखपुर के सीओ कैण्‍ट योगेन्‍द्र सिंह ने बताया कि एम्‍स में नौकरी दिलाने के नाम पर रुपए हड़पने के आरोप में संतकबीरनगर के रहने वाले आरोपी प्रमोद कुमार को गिरफ्तार किया गया है. फर्जी दस्‍तावेजों के आधार पर नियुक्ति पत्र दिया गया था. आरोपी के खिलाफ एम्‍स में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी कर रुपया हड़पने का मुकदमा पंजीकृत किया गया था. इसकी गहन जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्‍होंने बताया कि आरोपी को न्‍यायालय के समक्ष प्रस्‍तुत किया गया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.


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