Gorakhpur News: गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्लाह प्राणि उद्यान में आए नए मेहमान को 10 दिन बाद महराजगंज के सोहगीबरवा जंगल में छोड़ दिया गया. सिद्धार्थनगर जिले के इटवा से घायलावस्था में तेंदुए को उपचार के लिए गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान लाया गया था. उसके स्वस्थ होने के बाद टीम ने उसे महराजगंज जिला के सोहगीबरवा जंगल में छोड़ दिया गया. वन विभाग, चिड़ियाघर के कर्मचारियों के साथ चिकित्सकों की टीम ने इस मेहमान को जंगल तक ले जाकर विदा किया.
गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान के चिकित्सक डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि 29 अप्रैल को सिद्धार्थनगर के इटवा से एक तेंदुए को रेस्क्यू करके पकड़ा गया था. उसके शरीर में कुछ जगहों पर हल्की चोटें थी. इटवा से उसे गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान लाया गया. यहां पर 10 दिनों तक उसका उपचार चला. तेंदुए को 10 दिनों के बाद बुधवार को सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के शिवपुर रेंज में उसके प्राकृतिक वास में और अवमुक्त किया गया.
प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव संजय श्रीवास्तव से प्राप्त निर्देश के क्रम सिद्धार्थनगर से प्राणी उद्यान गोरखपुर में चिकित्सा के उद्देश्य से रेस्क्यू कर लाए गए तेंदुए को चिकित्सा के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के उपरांत डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि तेंदुआ पूरी तरह स्वस्थ है और उसे अब उसके प्राकृतिक वास में छोड़ा जाना उचित होगा. इसके उपरांत प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव संजय श्रीवास्तव ने उक्त स्वस्थ तेंदुए को सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के शिवपुर रेंज में छोड़ने के लिए डीएफओ सिद्धार्थनगर एवं सोहगीबरवा को निर्देशित किया.
प्राणी उद्यान से रेस्क्यू कर लाये गए तेंदुए को ट्रक के माध्यम से रेस्क्यू टीम के साथ डॉ. योगेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में गोरखपुर के डीएफओ/निदेशक प्राणि उद्यान विकास यादव द्वारा रवाना किया गया. टीम बुधवार की दोपहर 3 बजे शिवपुर रेंज के घने जंगल में पहुंची. जहां पूरी सावधानी एवं व्यवस्था के उपरांत उसे प्राकृतिक वास में अवमुक्त किया गया. तेंदुए को अवमुक्त करते वक़्त प्रभागीय वनाधिकारी सिद्धार्थनगर पुष्प कुमार, एसडीओ सहित अन्य अधिकारी कर्मचरियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही.
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