Gorakhpur News: घूस के लिए दरोगा और सिपाही ने युवक को पीटा, जांच में दोषी पाए गए, SSP का एक्शन
UP News: गोरखपुर एम्स थाना क्षेत्र की जगदीशपुर चौकी इंचार्ज और दो सिपाहियों ने पीड़ित को छोड़ने के एवज में घूम की रकम वसूलने के लिए मारपीट की है. एसएसपी ने जांच में दोषी पाए जाने पर निलंबित किया.
Gorakhpur News: गोरखपुर में पुलिस वाले दो साल पहले कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता हत्याकांड के आरोप में 6 पुलिसकर्मियों के तिहाड़ की हवा खाने की घटना से भी सबक नहीं ले रहे हैं. हालिया मामले में चौकी इंचार्ज और दो सिपाहियों पर 50 हजार रुपये घूस की रकम वसूलने के लिए एक शख्स को पुलिस चौकी में बंद कर बेरहमी पीटने का मामला सामने आया है. इस मामले में गंभीर चोटें आने के बाद पीड़ित की तहरीर पर जांच में आरोप सही पाए जाने पर आरोपी दरोगा और दो सिपाहियों को एसएसपी ने निलंबित कर दिया. उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं. साथ ही पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है.
गोरखपुर के नए एम्स थाने के अस्तित्व ने आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसका उद्घाटन किया था. इस थाने को आदर्श थाने के रूप में खोला गया. इसी थाने की जगदीशपुर पुलिस चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज और दो सिपाहियों पर पीड़ित को छोड़ने के एवज में घूस की रकम को वसूलने के लिए बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है.
ये है पूरा घटनाक्रम
पीड़ित विनय शर्मा ने एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि वे एम्स थाना क्षेत्र के कुसम्ही टोला के रुद्रापुर के रहने वाले हैं. उनके भाई अजीत शर्मा और कुशीनगर जिले के कुबेर स्थान बड़ा गांव के रहने वाले वसिन्द्र सिंह के बीच रुपए के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा है. वसिन्द्र ने जगदीशपुर पुलिस चौकी पर भाई के खिलाफ दी थी. 30 मई को दोपहर 12 बजे उसके घर पर चौकी इंचार्ज जगदीशपुर पुलिस चौकी रमेश चंद्र कुशवाहा, दो सिपाहियों अजय प्रताप चौधरी और अमित कुमार यादव पहुंचे और उसके भाई अजीत शर्मा के बारे में पूछताछ की.
उन्होंने पुलिसवालों को बताया कि उनके भाई घर पर नहीं है. इसके बाद पुलिसवाले विनय को जबरन गाड़ी में बैठाकर जगदीशपुर चौकी पर ले आए. रात 12 बजे के करीब उसे बेरहमी से पीटा गया और छोड़ने के बदले 50 हजार रुपए की मांग की गई. इसके बाद 31 मई की शाम को 10 हजार रुपए वसूलने के बाद उसे छोड़ा गया. इतना नहीं उसे 40 हजार रुपए और लेकर आने के लिए कहा गया. पीड़ित ने एसएसपी को बताया कि पिटाई से उसे गंभीर चोट लगी है. उसका एक्स-रे और उपचार एम्स में कराया है.
एसएसपी ने किया निलंबित
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच सीओ कैंट को सौंपी. रिपोर्ट में आरोप सही पाए जाने पर एसएसपी ने चौकी इंचार्ज उप निरीक्षक रमेश चंद्र कुशवाहा, सिपाही अजय प्रताप चौधरी और अमित कुमार यादव को निलंबित कर दिया. उनके खिलाफ कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही और भ्रष्टाचार के साथ अनुशासनहीनता में निलंबित कर दिया गया. उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिये गये है. इन पुलिसकर्मियों के विरुद्ध थाना एम्स पर 276/24 आईपीसी की धारा 342, 323, 504, 506, 384, 7/13 व 7/8 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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