UP Nikay Chunav 2023: वोटिंग के बाद पेटिंग में समय बिता रहीं सपा की मेयर उम्मीदवार काजल निषाद, किया ये दावा
Gorakhpur Nikay Chunav 2023: काजल निषाद ने कहा कि बहुत सी जगहों पर धांधली भी हुई है. उन्होंने ईवीएम पर पहरा देने के सवाल पर कहा कि पहरा जरूरी है. वे उनका धन और मेहनत का फल है.
UP Nikay Chunav 2023: गोरखपुर निकाय चुनाव के पहले चरण के मतदान के दूसरे दिन गोरखपुर से सपा की मेयर प्रत्याशी काजल निषाद पूरी तरह से रिलेक्स नजर आ रही हैं. वे पूजा-अर्चना करने के बाद पेंटिंग में समय गुजार रही हैं. काजल निषाद को पेंटिंग का काफी शौक है. वे अलग-अलग तरह की पेंटिंग बनाती हैं. उन्हें चुनाव में जीत का पूरा विश्वास है. इसके साथ गोरखपुर विश्वविद्यालय में बने स्ट्रांग रूम के बाहर सपा कार्यकर्ताओं के पहरा देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये उनकी मेहनत है और उसे कोई दूसरा चुरा न ले जाए. इसलिए उसकी सुरक्षा करना जरूरी है. वे गोरखपुर को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाएंगी.
एबीपी गंगा से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि आज काफी रिलैक्स महसूस कर रही हैं. उन्हें ऐसा लग रहा है कि घमासान के बाद की शांति है. वे घर में बैठकर पेंटिंग और वेस्ट से कुछ बनाना और बागवानी का शौक है. वे आज घर में पेंटिंग को बना रही है. वे लगातार सुबह से देर रात तक चलती रही हैं. वे इसे मिस कर रही हैं. बचपन से ही उन्हें पेंटिंग का शौक है. उन्होंने कहीं सीखा नहीं है. उन्हें कलर के साथ खेलना अच्छा लगता है. जब वे पेंटिंग के दौरान ब्रश की भी जरूरत नहीं पड़ती है.
काजल निषाद ने अर्धनारीश्वर और बुद्ध की बनाई हुई पेंटिंग दिखाई. उन्होंने ईवीएम पर पहरा देने के सवाल पर कहा कि पहरा जरूरी है. वे उनका धन और मेहनत का फल है. उनकी मेहनत के फल को कोई दूसरा क्यों चुराकर ले जाए. जो निषाद बाहुल्य 20 वार्ड के ईवीएम को अलग रखा गया है. निषाद समाज के लोगों ने खूब वोटिंग की है. इसे वाणिज्य भवन की बजाय संवाद भवन में रखा गया है. वे लोग इसी वजह से वहां पर निगरानी कर रही हैं.
काजल निषाद ने कहा कि बहुत सी जगहों पर धांधली भी हुई है. वार्ड 39 में बूथ संख्या 381 में वोट डालने नहीं दे रहे थे. बीएलओ पर्ची में नाम होने, पीठासीन अधिकारी के पास नाम मैच नहीं हो रहा था. वहां पर 250 लोग वापस चले गए. सरकारी त्रुटि भी काफी हुई है. वे जनता के बीच में हैं. वे जनता के बीच में रहेगी. क्योंकि उनका ससुराल है. भाजपा वाले मेयर प्रत्याशी बदल देते हैं. काम करते तो प्रत्याशी क्यों बदलते. सीएम योगी आदित्यनाथ को प्रचार के लिए क्यों आना पड़ता. भाजपा के लोग नहीं चाहते हैं कि निषाद पार्टी का मेयर नहीं बने. वे सिर्फ वोट के लिए बना है.
फुर्सत में रहना नहीं लगता अच्छा
वे मेयर बन जाएंगी, तो उनकी जिम्मेदारी बढ़ जाएगी. वो लोगों के बीच रहेगी. वे लगातार क्षेत्र में रहेंगी. बीजेपी के लोगों ने उनके लिए काफी काम छोड़ा है. उन्हें फुर्सत में रहना अच्छा नहीं लगता है. उन्हें कविताएं लिखना, पेंटिंग करना पसंद है. वे काम करते रहना चाहती हैं. वे पहले दिन से ही काम करने के लिए उतर पड़ेंगी. वे गोरखपुर को वे देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाएंगी.
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