Gorakhpur News: गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र के राज नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स ने कॉलेज के फर्जी होने समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं. दिनभर कॉलेज के बाहर धरना-प्रदर्शन और चक्काजाम कर छात्र-छात्राओं ने विरोध दर्ज कराया. जब देर शाम तक बात नहीं बनीं, तो वे शहर के कलेक्ट्रेट परिसर में डीएम कार्यालय के सामने देर रात धरने पर बैठ गए. दो घंटे तक धरना देने के बाद पहुंचे आलाधिकारी और पुलिस के मान-मनौव्वल और जांच कर दोषी होने पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद छात्र-छात्राएं वापस लौटे.
कॉलेज पर क्या लगाए आरोप
गोरखपुर के पिपराइच में स्थित राज नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कालेज पर छात्र-छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाए हैं. परीक्षा नहीं कराने के साथ एक लाख रुपए और डोनेशन-एडमिशन फीस वसूलने समेत कई अन्य आरोपों के साथ कालेज के फर्जी होने की बात पता चलने पर सोमवार को छात्र-छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा. कालेज के बाहर सुबह से ही नारेबाजी और धरना-प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं ने चक्काजाम कर दिया. देर शाम तक पुलिस ने खाली कराया, तो छात्र-छात्राएं शहर के कलेक्ट्रेट परिसर स्थित डीएम आफिस के बाहर सैकड़ों की संख्या में पहुंचकर धरने पर बैठ गए और कॉलेज के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
देर शाम से रात तक धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं ने कॉलेज के फर्जी होने और परीक्षा नहीं कराने के साथ धनउगाही समेत कई अन्य आरोप भी लगाए. स्टूडेंट कन्हैया लाल गुप्ता ने बताया कि उन लोगों से एडमीशन के नाम पर एक से डेढ़ लाख रुपए डोनेशन लिया जाता है. उन लोगों से कहा गया कि यूपी मेडिकल फैकेल्टी है. उन लोगों की तीन साल से परीक्षा नहीं हुई है. जिनकी परीक्षाएं हुई हैं, उन्हें फर्जी डिग्री दी गई है. कोई भी वैकेंसी आती हैं, तो डिग्री को फर्जी बता दिया जाता है. दो साल से कोरोना की वजह से कोई कार्रवाई नहीं हुई. इंटर्नशिप और लैब भी नहीं कराया जाता है. उन्होंने कहा कि आधिकारी ये आश्वस्त करें कि कालेज फर्जी नहीं है, तो ही वे लोग धरने पर से उठेंगे. कालेज के फर्जी होने की दशा में डोनेशन की रकम के साथ दूसरे कॉलेज में उन्हें ट्रांसफर किया जाए.
सिटी मजिस्ट्रेट ने क्या कहा
गोरखपुर के सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि स्टूडेंट्स का आरोप है कि उन्हें जानकारी हुई है कि उनका राज नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज फर्जी है. ऐसे में भविष्य पर संकट देखकर वे यहां कलेक्ट्रेट में एकत्रित हुए थे. इस पूरे मामले की जांच डीएम के द्वारा सीएमओ को जांच के लिए निर्देशित किया गया है. उन्होंने बताया कि प्रशासन और पुलिस की टीम लगी हुई है. परीक्षा नहीं कराने और हास्टल से निकालने की बात पर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि जांच के बाद दोषी पाएं जाने पर कॉलेज के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. स्टूडेंट्स की सभी मांगों को सुनकर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है.
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