UP News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के में केवीएस (KVS) परीक्षा देने आये दो अभ्यार्थी को गिरफ्तार किया गया. दरअसल ये दोनों आरोपी फेक एडमिट कार्ड के आधार पर परिक्षा देने पहुंचे थे. इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी 25 फरवरी को दोपहर 2:50 बजे कैंट थानाक्षेत्र के NKA डिजिटल सेंटर से हुई. कैंट पुलिस ने KVS परीक्षा में देवरिया के खामपार थानाक्षेत्र के सवारेत्री खैरात के रहने वाले परीक्षार्थी सुशील कुमार और साल्वर बिहार के गया के इमामगंज थाना क्षेत्र के रानीगंज के रहने वाले रंजीत कुमार को गिरफ्तार किया.


फर्जी एडमिट कार्ड किया था तैयार


पुलिस ने दोनों को उस समय गिरफ्तार किया जब दोनों परीक्षा देने के लिए सेंटर के अंदर प्रवेश किये. फर्जी आधार कार्ड तैयार कर फर्जी प्रवेश पत्र के जरिए सुशील कुमार की जगह रंजीत परीक्षा देने के लिए पहुंचा था. पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120बी के तहत केस दर्ज किया है. परीक्षा फार्म भरने के दौरान सुशील कुमार की जगह रंजीत कुमार की फोटो लगाकर फर्जी आधार कार्ड तैयार किया गया. इसके बाद एडमीट कार्ट भी तैयार किया गया. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वो लोग संगठित गिरोह के रूप में काम करते हैं. प्रतियोगी परीक्षाओं के फार्म भरने के साथ ही कूट रचना शुरू हो जाती है.


बता दें कि कुछ दिन पहले केंद्रीय विद्यालय संगठन ने कुछ पंदों पर वैकेंसी निकाली थी. इन पदों पर सेलेक्शन के लिए लिखित परीक्षी होना था. इस रिक्रूटमेंट ड्राइव के माध्यम से टीजीटी, पीजीटी और दूसरे पद भरे 6990 लोगों की भर्ती करनी है. केवीएस ने कैंडिडेट्स की प्रिफरेंस लिस्ट के मुताबिक कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) के लिए परीक्षा शहरों/केंद्रों के नाम तय किए थे. ऐसा करते समय इस बात का भी ध्यान रखा गया कि उस शहर की सुविधाओं के बीच सीबीटी परीक्षा ठीक से आयोजित हो सके.


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