UP News: गोरखपुर (Gorakhpur) में घर में काम करन वाले एक घरेलू सहायक (Domestic Help) ने पांच साल के बच्चे का अपहरण (Kidnapping) कर लिया. उसने मालिक के घर से चोरी किए मोबाइल से ही फिरौती (Ransom) मांगी. उसे 25 दिन पहले ही काम पर रखा गया था. अगवा हुए बच्चे की मां ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर अपहृत बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया.
बिना वेरिफिकेशन के काम पर रखना पड़ा महंगा
यह घटना गोरखपुर के बेलघाट थानाक्षेत्र के बलुआ भवानी बक्शी गांव की है. यहां आशा देवी के पांच साल के बच्चे निलेश का 20 सितंबर की रात को अपहरण कर लिया गया था. अपहरण करने वाले ने महिला के चोरी किए गए मोबाइल से ही उसकी देवरानी के मोबाइल पर कॉल कर 20 हजार रुपए की फिरौती मांगी, तो मामला शीशे की तरह साफ हो गया. दरअसल महिला ने 25 दिन पहले अनिल (24) नाम के युवक को बगैर जांच-पड़ताल और वेरिफिकेशन के घरेलू सहायक के रूप में काम करने के लिए रख लिया. 20 सितंबर की दोपहर में महिला का मोबाइल चोरी हो गया. उसी समय से अनिल का कहीं पता नहीं चल रहा था.
आरोपी पर दर्ज हैं पहले से दो मामले
पुलिस के मुताबिक 20-21 सितंबर की रात दो से ढाई बजे के बीच महिला की नींद खुली तो उसका पांच साल का बच्चा निलेश गायब मिला. दूसरे दिन महिला की देवरानी के मोबाइल पर आशा के चोरी किए गए मोबाइल से कॉल आई और 20 हजार रुपए भेजने देने पर बच्चे को वापस करने की बात कही गई. इसके बाद आशा देवी ने बच्चे के अपहरण की सूचना बेलघाट पुलिस को दी. एसओ बेलघाट और कुरी चौकी इंचार्ज ने तत्परता दिखाते हुए सर्विलांस के माध्यम से आरोपी का पता लगाकर उसकी घेराबंदी की. इसके बाद बच्चे और फोन को सकुशल बरामद कर लिया. आरोपी के खिलाफ चोरी के दो केस पहले से दर्ज हैं.
पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया. गोरखपुर के एसपी साउथ एके सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर रात में ही थाना प्रभारी बेलघाट चौकी इंचार्ज ने इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के माध्यम से घेराबंदी करने का प्रयास किया ताकि आरोपी कहीं भाग नहीं पाए. बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया गया.
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