Gorakhpur News: पहले सोशल मीडिया से दोस्ती, फिर पैसा डबल करने के नाम पर की ठगी, गोरखपुर पुलिस ने किया पर्दाफाश
UP News: गोरखपुर पुलिस ने एक बड़े ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये ठग सोशल मीडिया से पहले दोस्ती करते फिर रकम दोगुनी करने का लालच देकर ठगी करते थे.
Gorakhpur News: गोरखपुर पुलिस ने एक बड़े ठग गैंग का पर्दाफाश किया है. यूपी के कुशीनगर के पांच सदस्यीय इस ठग गैंग ने पिछले 15 सालों में दिल्ली, यूपी, बिहार और झारखंड प्रदेश में कइयों को अपना शिकार बनाया है. पहले यह गैंग सोशल साइट फेसबुक ट्विटर और इंस्टाग्राम पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर लोगों को झांसे में लेता है. उसके बाद रुपया दोगुना करने का लालच देकर नोटों की गड्डी की जगह कागज थमाकर फरार हो जाता है. बड़ी ही बारीकी से प्लास्टिक के डिब्बे के अंदर दोनों छोर पर दो-दो सौ रुपए के नोट के साथ अंदर कागज के टुकड़ों को रखकर कलर कर दिए देता है. जिससे बंडल में कागज भी रुपए की ही तरह दिखाई दे. पुलिस ने इस गैंग का पर्दाफाश कर पांच आरोपियों को अरेस्ट किया है.
गोरखपुर के एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने सीओ कैंट एसपी अंशिका वर्मा की मौजूदगी में एम्स थाने के इस मामले का पुलिस लाइन सभागार में खुलासा किया. उन्होंने बताया कि इस अंतरराज्यीय ठग गैंग का गोरखपुर के एम्स थाने पर एक पीड़ित ठगी का शिकार हुआ. इस गैंग ने उसे झांसी में लेकर 50 हजार रुपए डबल करने का झांसा दिया. उसे बताया गया कि वे लोग बड़े बिजनेसमैन है और उनके पास काफी ब्लैक मनी है.
उन्होंने आगे कहा कि गैंग ने 50 हजार रुपए के बदले में डिब्बे में बंद दो-200 रुपए के एक लाख रुपए देने की बात कह कर डिब्बा थमाया और फरार हो गए. डिब्बे के अंदर मौजूद गड्डी को देखकर कहीं से भी ऐसा नहीं लग रहा है की ऊपर और नीचे दो-दो ₹100 के नोट के अलावा अंदर कागज को काटकर नोटों की तरह से सजाया गया है. इसके अलावा नोटों की तरह दिखने के लिए उसे बाकायदा कलर भी किया गया है.
रकम दोगुनी करने का देते थे झांसा
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि जब पीड़ित ने डिब्बा खोल तो उसे ठगे जाने का एहसास हुआ और उसने थाने पर तहरीर दी. जिसके आधार पर केस दर्ज कर जब आरोपियों की तलाश शुरू की गई, तो गैंग के पांच सदस्य को गिरफ्तार किया गया. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इनमें गैंग का सरगना कुशीनगर का रहने वाला सिराजुद्दीन है. वो बातचीत कर झांसा देने में एक्सपर्ट है. इसके अलावा एक कागज की गाड़ियों को बड़ी बारीकी के साथ कलर करता है, जिस साइड से देखने पर वह नोटों की गड्डियों जैसा दिखाई दे. तीसरा गाड़ी चलाता है. इसी तरह कुल पांच गैंग के सदस्यों को अरेस्ट किया गया है.
उन्होंने बताया किल यह गैंग तीन अन्य लोगों से 5 और 10 लख रुपए को डबल करने के लिए डील कर रहा था लेकिन इसके पहले ही इंडिया अरेस्ट कर लिया गया. यह गैंग पिछले 15 सालों से दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार और झारखंड में इसी तरह लोगों को ठगी का शिकार बनाता चला आ रहा है. पहली बार यह गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ा है. पुलिस ने इनके पास से कुल 45,295 रुपये नकद, 7 मोबाइल, 2 आधार कार्ड, एक पैनकार्ड, 2 निर्वाचन कार्ड, एक डीएल व घटना मे प्रयुक्त वाहन बरामद किया है.
इन धाराओं में दर्ज किया केस
आरोपियों के खिलाफ से एम्स थाने में आईपीसी की धारा 420, 489 (क), 489 (ख), 120बी के तहत केस दर्ज किया गया है. इनकी पहचान कुशीनगर के चौराखार थानाक्षेत्र के पचरुखियाघाट के सेराजुद्दीन अन्सारी, कुशीनगर के चौराखास के नकटहा में ताम्रध्वज उर्फ काजू राय, कुशीनगर के पडरौना के छावनी बाजार के सनउर उर्फ छोटू खान, कुशीनगर के पडरौना के अहिरौली बुजुर्ग के राजकुमार चौहान और कुशीनगर के चौराखास के बरदहा बाजार के विनोद गुप्ता को गिरफ्तार किया है.
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