Gorakhpur खुद को बताता था डीआईजी-पुलिस कमिश्नर, प्रमोशन के नाम पर करता था ठगी, आखिरकार धरा गया शातिर
गोरखपुर में पुलिस के हत्थे एक शातिर चढ़ा है. ये ठग पुलिस अधिकारी बनकर लोगों के प्रमोशन के नाम पर उगाही करता था. गोरखपुर पुलिस ने जाल बिछाकर इस मास्टमाइंड को धर दबोचा है
गोरखपुर. फर्जी अधिकारी बनकर प्रमोशन के नाम पर लालच देकर धनउगाही करने वाले शातिर को सीएम सिटी की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी लंबे समय से बिहार का डीआईजी और डिप्टी कमिश्नर बताकर प्रमोशन का लालच देकर धनउगाही करता रहा है. पुलिस को इसकी काफी दिनों से तलाश रही है. गोरखपुर की बड़हलगंज पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से इस आरोपी को ट्रेस कर धर दबोचा. शातिर पर मुख्यमंत्री के जनता दर्शन का अधिकारी बताकर भी लोगों से धन उगाही करने का आरोप है.
गोरखपुर के एसपी दक्षिणी विपुल श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी बड़हलगंज कोतवाली थानाक्षेत्र के महदेवा का रहने वाले 28 साल के राहुल पाण्डेय के रूप में हुई है. बड़हलगंज कोतवाली के कोतवाल रामाज्ञा सिंह और उनकी टीम ने आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 465, 467, 468, 474 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया. आरोपी ने सुनियोजित तरीके से अजय वर्मा नाम के युवक की आईडी को धोखे से हासिल किया था.
इसके बाद फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग कर सिम कार्ड ले लिया. उस नंबर की मदद से व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर बड़े-बड़े मामलों में हस्तक्षेप कर धनउगाही करने लगा. झांसे में आकर कई लोगों से उसने काम कराने के नाम पर रुपए वसूल लिए. प्रमोशन, ट्रांसफर और नियुक्ति के नाम पर भी लाखों रुपये ऐठ लिए गए. आरोपी विभिन्न जिलों के एसएसपी, डीएम और उच्चाधिकारियों को फोन कर गलत कार्य के लिए दबाव बनाया करता रहा है. पुलिस ने इसके पास से अधिकारियों को फोन करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मोबाइल और सिम भी बरामद किया गया है.
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