तीन लुटेरों को एसटीएफ और गोरखपुर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद किया गिरफ्तार, राहगीरों को बनाते थे निशाना
गोरखपुर में मुठभेड़ के बाद पुलिस ने तीन शातिर लुटेरों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने थाना कैंट क्षेत्र में दो, थाना गीडा और बांसगांव में एक-एक घटना को अंदाम देने की बात कबूल की है. लुटेरे राहगीरों को अपना निशाना बनाते थे.
गोरखपुर: राहगीरों को जहरखुरानी का शिकार बनाकर लूटने वाले सक्रिय गिरोह के तीन लुटेरों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया है. यूपी एसटीएफ की गोरखपुर इकाई और गोरखपुर की शाहपुर पुलिस ने बीती रात अल्टो सवार तीन जहरखुरान को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. देर रात डेढ़ बजे चेकिंग के दौरान जब एसटीएफ और शाहपुर पुलिस ने अल्टो कार को रोककर चेकिंग करने की कोशिश की, तो लुटेरे फायरिंग कर भागने लगे. पुलिस ने उन्हें घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया.
तीन लुटेरों को किया गिरफ्तार गोरखपुर के पुलिस लाइन्स स्थित व्हाइट हाउस में घटना का खुलासा करते हुए गोरखपुर के एसएसपी जोगिन्दर कुमार ने बताया कि एसटीएफ की गोरखपुर यूनिट और शाहपुर पुलिस ने जहरखुरानी का शिकार बनाकर लूट की घटना को अंजाम देने वाले तीन लुटेरों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि एसटीएफ की गोरखपुर यूनिट और शाहपुर पुलिस बीती रात डेढ़ बजे बजे मुखबीर की सटीक सूचना मिली थी.
पुलिस पर की फायरिंग सूचना मिलने के बाद पुलिस ने चेकिंग शुरू की जिसके बाद रात डेढ़ बजे के करीब असुरन की ओर से सफेद रंग की अल्टो कार आती हुई दिखाई दी. एसटीएफ और गोरखपुर की शाहपुर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. कार सवार फायर करते हुए भागने का प्रयास करने लगे. पुलिस ने मुठभेड़ के बाद तीन लुटेरों को गिरफ्तार किया है.
पूछताछ में हुआ खुलासा तीनों की पहचान आजमगढ़ जिले के अहिरवला थानाक्षेत्र के लेदौरा के रहने वाले पंकज निषाद, आजमगढ़ के बिलरियागंज के सहाबुद्दीनपुर के रहने वाले अखिलेश पासवान और आजमगढ़ के कप्तानगंज थानाक्षेत्र के अलौवा गांव के रहने वाले रामअवतार निषाद के रूप में हुई है. इन लुटेरों ने गोरखपुर में थाना क्षेत्र कैंट, गीडा, बांसगांव, गगहा और अन्य जिलों में जैसे आजमगढ़, अम्बेडकर नगर, कुशीनगर, देवरिया में जहरखुरानी कर लूट की घटना करने को अंजाम देने की बात स्वीकार की है.
गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी आरोपियों ने थाना कैंट क्षेत्र में दो, थाना गीडा और बांसगांव में एक-एक घटना को अंदाम देने की बात कबूल की है. इन लोगों ने संगठित गिरोह के रूप में कई साल से काम करने की बात भी स्वीकार की है. इन्होंने जहरखुरानी से मिले पैसों से अल्टो कार खरीदने की बात स्वीकार की है. कार रामअवतार पासवान के भाई के नाम है. इसी गाड़ी से इन लुटेरों ने गोरखपुर क्षेत्र में कई घटनाएं की है. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि एक और गैंग इस तह की वारदातों को अंजाम देता है. पुलिस ने आरोपियों के पास से नशीली गोलियां, अवैध असलहा, आरोपी पंकज निषाद के नाम से फर्जी आधार कार्ड बरामद किया है. पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है.
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