गोरखपुर, एबीपी गंगा। अयोध्या पर फैसला आने के पहले यूपी के सभी संवेदनशील जिलों में सतर्कता बरती जा रही है। ऐसे में सीएम सिटी यानी गोरखपुर में भी पुलिसकर्मियों ने दंगा नियंत्रण को लेकर मॉक ड्रिक का आयोजन किया गया। इस आयोजन में दंगा भड़कने से लेकर उसे नियंत्रित करने का रिहर्सल पुलिसकर्मियों ने किया। इस आयोजन में आलाधिकारी भी मौजूद रहे।
गोरखपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल में किस तरह से दंगे की आग सुलगती है और शहर उसकी चपेट में आ जाता है, इसका मंचन किया गया। परेड ग्राउंड में ठीक ऐसी ही स्क्रिप्ट तैयार की गई। उसके बाद वहां पहुंचे पुलिस के आलाधिकारियों ने दंगाईयों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया, लेकिन, दंगाईयों के रोल में अभिनय कर रहे पुलिसकर्मियों को समझाने का प्रयास असफल हो गया।
मंचन के दौरान स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई, वहां पर दंगे को नियंत्रित करने का प्रयास भी पूरी तरह से असफल होने लगा। एक तरफ दंगाई और दूसरी ओर पुलिसवाले आमने-सामने हो गये। विरोध प्रदर्शन के बीच आगजनी की घटनाओं ने शहर का मौहाल पूरी तरह से बिगाड़ दिया। कलाकार के रूप में दंगाईयों का रोल अदा कर रहे पुलिसकर्मियों ने अपने अभिनय में जान फूंक दी। उसके बाद पुलिसवालों ने आलाधिकारियों के निर्देश पर दंगे को नियंत्रित किया।
इस अवसर पर गोरखपुर के एसपी नार्थ अरविन्द पाण्डेय ने बताया कि अयोध्या पर आने वाले फैसले को लेकर पूरे यूपी में संवेदनशीलता बनी हुई है। उन्होंने बताया कि इसी को मद्देनजर रखते हुए दंगा भड़कने और उसे नियंत्रित करने को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। उत्तरी और दक्षिणी थानों की फोर्स भी बुलाई गई है। सभी थानों पर तैयारी कराई जाएगी। पुलिस किसी भी स्थिति से निपटने के लिए चाक-चौबंद है।