गोरखपुर पुलिस ने किया ग्राम पंचायत सचिव की हत्या का खुलासा, चार आरोपी गिरफ्तार
गोरखपुर के उरुवां ब्लॉक के ग्राम पंचायत सचिव अनीश कन्नौजिया हत्या मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. यहां पुलिस ने 17 नामजद और पांच आरोपियों में से चार को गिरफ्तार किया है.
गोरखपुर के उरुवां ब्लॉक में तैनात ग्राम पंचायत सचिव अनीश कन्नौजिया (35) की हत्या के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गैर बिरादरी में शादी करने के कारण ग्राम पंचायत सचिव को अपनी जान गंवानी पड़ी. दो बाइक सवार चार बदमाशों ने 24 जुलाई को दोपहर ढाई बजे के आसपास उनकी सरेराह बेरहमी से धारदार हथियार से हत्या कर फरार हो गए थे. परिजनों ने उनके ससुरालवालों पर हत्या का आरोप लगाया था. पुलिस ने 17 नामजद और पांच आरोपियों में से चार को गिरफ्तार किया है. हालांकि घटना का अंजाम देने वाले चारों बाइक सवार बदमाश अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं.
गोरखपुर के एसपी साउथ एके सिंह ने घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि 24 जुलाई को दोपहर ढाई बजे गोला थानाक्षेत्र के उनौली गांव के रहने वाले अनीश कन्नौजिया की गोपालपुर के देवकली बाजार में निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस हमले में उनके चाचा देवीदयाल भी गंभीर रूप से घायल हो गए. इस हत्या में वादी पक्ष की तहरीर पर थाना गोला में आईपीसी की धारा 302, 307, 506, 120बी और 3(2)5 एससी एसटी एक्ट अभियान पंजीकृत किया गया था. नामजद चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
उनकी पहचान गगहा थानाक्षेत्र के देवकली धर्मसेन के रहने वाले मणिकान्त मिश्रा हालपता हरपुर थाना गोला, गोला थानाक्षेत्र के उनौली के रहने वाले विवेक तिवारी, अभिषेक तिवारी और सन्नी सिंह के रूप में हुई है. उन्हें कोर्ट में लाकर जेल रवाना किया गया है. शेष आरोपियों की गिरफ्तारी और घटना को अंजाम देने वाले अज्ञात लोगों की जानकारी के लिए पुलिस टीम लगी है. गोरखपुर समेत अन्य जनपदों में भी आरोपियों की तलाश की जा रही है. उन्हें विश्वास है कि पुलिस टीम को जल्द ही इसमें कामयाबी मिलेगी.
गोरखपुर के गोला थानाक्षेत्र के उनौली गांव के 15 साल प्रधान रहे अनिल कन्नौजिया के छोटे भाई अनीश कनौजिया ने साल 2019 में कोर्ट मैरिज की थी. उरुवां ब्लॉक में तैनाती के तीन साल पहले उनके साथ में ट्रेनिंग कर रही गगहा के गांव की रहने वाली दीप्ति मिश्रा के साथ प्रेम-प्रसंग हो गया था. उरुवां के बगल में गोला ब्लॉक में तैनाती के दौरान भी दोनों के मुलाकात की जानकारी होने पर दीप्ति के घरवालों ने उसके ऊपर पाबंदी लगा दी. उसके पिता उसे छोड़ने के साथ ही ड्यूटी कराकर साथ घर ले जाते रहे.
सालभर तक ऐसा चलने के बाद दीप्ति एक दिन पिता को चकमा देकर अनीश के साथ चली गई और कोर्ट मैरिज कर ली. उसके बाद दोनों ने एक वीडियो भी वायरल किया था और दीप्ति मिश्रा के घरवालों से जान का खतरा बताते हुए एडीजी और गोरखपुर के एसएसपी समेत पुलिस इंस्पेक्टर से उन्हें और परिजनों को दीप्ति के घरवालों के द्वारा परेशान नहीं करने की अपील की थी.
पुलिस ने इस मामले में 17 नामजद और पांच अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था. हालांकि पुलिस ने अभी चार नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया है. घटना को दुस्साहसिक तरीके से अंजाम देने वाले बदमाशों की पुलिस गोरखपुर और गोरखपुर के बाहर के जिलों में सरगर्मी से तलाश कर रही है.
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