गोरखपुर: पॉलिटेक्निक संस्थानों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया. शनिवार को दो पालियों में परीक्षा सम्पन्न कराई गई. पहली पाली में प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित होने वाले परीक्षार्थियों के गणित और भौतिकी के कठिन प्रश्नों ने पसीने छुड़ा दिए. फिर भी उन्हें पॉलिटेक्निक में प्रवेश की काफी उम्मीद है.
मोबाइल फोन लेकर जाने की अनुमति नहीं
गोरखपुर में शनिवार को शहर के 39 केंद्रों पर प्रवेश परीक्षा शुरू हुई. दो पालियों में आयोजित इस परीक्षा में 18,300 अभ्यर्थी रजिस्टर्ड हैं. कोराना संकट की वजह से अभ्यर्थी डेढ़ घंटे पहले ही केंद्र पर पहुंचे. परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल फोन लेकर जाने की अनुमति नहीं थी. अभ्यर्थी केवल मॉस्क, सैनिटाइजर, पहचान पत्र, एडमिट कार्ड, बॉल प्वाइंट पेन और पानी की पारदर्शी बोतल ही लेकर पहुंचे.
अभ्यर्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग हुई
प्रवेश से पहले अभ्यर्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग हुई. दो गज की दूरी का पालन कराने के लिए हर कमरे में अभ्यर्थियों को सीमित संख्या में बिठाया गया. सुबह की पाली में ग्रुप ए यानी तीन वर्षीय डिप्लोमा इंजीनियरिंग ग्रुप वाले अभ्यर्थियों की परीक्षा सुबह नौ बजे से शुरू होकर 12 बजे में समाप्त हुई. परीक्षा के लिए 14,800 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है. दूसरी पाली (2:30-5:30) में ग्रुप ई, ई2 यानी (डिप्लोमा इन फार्मेसी) के अभ्यर्थियों की परीक्षा सम्पन्न हुई.
एडमीशन मिलने की उम्मीद
परीक्षा देकर बाहर निकले शिवम, प्रतीक्षा और निवेदिता ने बताया कि गणित और भौतिकी के प्रश्न काफी टफ होने के कारण थोड़ी परेशानी हुई. लेकिन, उम्मीद है कि उनको प्रवेश मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि काफी अच्छी तैयारी करके आए थे. यही वजह है कि उन्हें एडमीशन मिल जाने की उम्मीद है.
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से 15 सितंबर को पहली बार इंजीनियरिंग और फार्मेसी ग्रुप को छोड़कर बाकी बचे 9 ग्रुप (ग्रुप बी, सी, डी, एफ, जी, एच, आई, के1 से के8) की परीक्षा ऑनलाइन कराई जाएंगी. इसके लिए छह केंद्र बनाए गए हैं. 3,500 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे.
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