UP News: गोरखपुर  (Gorakhpur) के अभियोजन विभाग (Prosecution Department) के दो बड़े अधिकारियों को एक गैंगस्टर के केस में रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. इनका रिश्वत लेता हुआ वीडियो 12 जून को वायरल हुआ था. अब उनपर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है. शासन ने इसको लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है. निलंबित किए गए अधिकारी प्रभारी संयुक्‍त निदेशक अशोक वर्मा (AJD Ashok Verma) और वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी रणविजय (SPO Ranvijay) हैं.


दरअसल, अविरल सिंह नाम के युवक ने अपने ट्विटर हैंडल से रिश्वत लेना का वीडियो को पोस्‍ट कर मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ, एसीएस होम अवनीश कुमार अवस्‍थी और गोरखपुर के जिलाधिकारी से कार्रवाई की मांग की. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी कृष्‍णा अभिषेक ने एडीएम सिटी विनीत सिंह को जांच की जिम्मेदारी सौंपी. जांच में मामला सही पाए जाने पर दोनों को निलंबित कर दिया गया.


गैंगस्टर कपिल मुनि यादव से जुड़ा था मामला

गोरखपुर के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के रहने वाले कई घटनाओं में शामिल शातिर बदमाश गैंगस्टर कपिल मुनि यादव को विधानसभा चुनाव के पहले जिला बदर किया गया था. पुलिस ने गैंगस्टर की सिफारिश की थी. इसके बाद प्रभारी संयुक्‍त निदेशक अशोक वर्मा और ज्‍येष्‍ठ अभियोजन अधिकारी रणविजय ने आपत्ति लगाकर फाइल को लौटा दिया था.  वहीं, अब इन दोनों अधिकारियों का करीब ढाई मिनट का वीडियो वायरल हुआ जिसमें पुलिस गैंगस्टर की सिफारिश करती दिख रही है. इस वीडियो में पुलिस दोनों अधिकारियों को नोटों की गड्डी देती नजर आ रही है.


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इस संबंध में गोरखपुर के जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि जिले के अभियोजन विभाग के दोनों अधिकारियों का वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो की जांच कराई तो वह सही पाई गई. इसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए शासन को लिखा गया था. आगे की कार्रवाई वहीं से होगी.


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