Gorakhpur Railway Station: दुनिया के सबसे लंबे प्‍लेटफार्म के लिए लिम्‍का बुक ऑफ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज करा चुके अंग्रेजों के जमाने के गोरखपुर रेलवे स्टेशन का कायाकल्प होगा. 612 करोड़ रुपए का अनुमानित खर्च डीपीआर तैयार होने के बाद बढ़कर 693 करोड़ रुपए हो गया है. गोरखपुर रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने के लिए भवन के पुनर्विकास योजना की नई डिजाइन और डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) को रेल प्रशासन ने रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है.  


गोरखपुर पूर्वोत्‍तर रेलवे के मुख्‍य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर रेलवे स्‍टेशन का नया भवन बनाया जाएगा. इसे तैयार होने में ढाई साल का समय लगेगा. गोरखपुर रेलवे स्टेशन को इस तरह से डेवलप करने का प्‍लान तैयार किया गया है. यहां आने वाले यात्रियों और पर्यटकों को इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आने का अहसास होगा. इसके साथ ही दोनों मुख्‍य द्वार पर भारतीय संस्कृति की झलक दिखेगी. मुख्‍य दक्षिणी द्वार पर गोरखनाथ मंदिर, तो वहीं उत्तरी द्वार पर गीता प्रेस की झलक यात्रियों और पर्यटकों को यहां की संस्कृति से जोड़ेगी.


ढाई साल में बनकर तैयार होगा नया भवन


गोरखपुर रेलवे स्‍टेशन के नए भवन के मॉडल को तैयार कर लिया गया है. उन्‍होंने बताया कि नए भवन को बनने में ढाई साल का समय लगेगा. यानी ढाई साल के भीतर इसे तैयार करने का लक्ष्‍य लेकर वे लोग चल रहे हैं. उन्‍होंने बताया कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तर्ज पर इसे डेवलप किया जाएगा. यहां आने वाले यात्रियों और पर्यटकों को गोरखपुर की संस्‍कृति की झलक दिखाई देगी. मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने इसके मॉडल को देखकर तारीफ की है. उन्होंने आश्‍वस्‍त किया है कि राज्‍य सरकार से हर तरह का सहयोग मिलेगा.


रेलवे स्टेशन पर मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
नए भवन को इस तरह से बनाया जाएगा जिससे यहां होटल,  रूफ प्‍लाजा, फूड कोर्ट, कामर्शियल काम्‍प्‍लेक्‍स, बच्‍चों के खेलने के लिए पार्क के साथ अगले 50 सालों के प्‍लान के मुताबिक कनेक्टिविटी का भी खास ध्‍यान रखा जाएगा. प्रस्‍ताव‍ित गोरखपुर मेट्रो और बस स्‍टेशन के साथ कनेक्‍ट करने के साथ तीन लेन की सड़क यात्रियों को प्‍लेटफार्म तक पहुंचने की सुविधा भी देगी. गोरखपुर रेलवे स्‍टेशन पर बच्‍चों के खेलने के लिए पार्क भी होगा. गोरखपुर रेलवे स्‍टेशन में हर रोज डेढ से दो लाख यात्रियों के आवागमन की सुविधा के मुताबिक बनाया गया है. उन्होंने कहा, पुराने भवन के आगे पहले नए भवन के निर्माण का कार्य शुरू होगा. इसके पूरा होने के बाद सारे कार्यालयों और सामान को उसमें शिफ्ट करने के बाद पुराने भवन को तोड़ा जाएगा. इससे यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी.


गोरखपुर पूर्वोत्‍तर रेलवे के पीआरओ पंकज कुमार सिंह ने कहा कि 15 जनवरी, 1885 को सोनपुर से मनकापुर तक मीटर गेज रेल लाइन के निर्माण के साथ ही गोरखपुर रेलवे स्टेशन अस्तित्व में आया. वर्ष 1886 में गोरखपुर से उस्का बाजार लाइन के निर्माण के साथ ही गोरखपुर जंक्‍शन बना. वर्ष 1981 में छपरा से मल्हौर तक का आमान परिवर्तन पूर्ण हुआ और गोरखपुर जंक्‍शन बड़ी लाइन से देश के अन्य महानगरों से जुड़ा. वर्ष 2004 में यहां दोहरीकरण का कार्य सम्पन्न हुआ.


समय के साथ गोरखपुर स्टेशन पर गाड़ियों एवं प्लेटफॉर्मों की संख्या में वृद्धि और स्टेशन के यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य अपरिहार्य हो गया. गोरखपुर जंक्‍शन स्टेशन का यार्ड रिमॉ‍डलिंग 6 अक्टूबर, 2013 को पूरा हुआ. इसी के साथ गोरखपुर जंक्‍शन स्टेशन का प्लेटफॉर्म विश्व का सबसे लम्बा प्लेटफॉर्म बना था. इस प्लेटफॉर्म की लम्बाई 1355.40 मीटर है तथा रैम्प के साथ इसकी लम्बाई 1,36,633 मीटर है. इसे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के विश्व रिकॉर्ड में स्थान मिला था. गोरखपुर जंक्‍शन स्टेशन पर कुल 10 प्लेटफॉर्म हैं.


44 लाख लोगों को मिलेगा फायदा


यह स्टेशन गोरखपुर जनपद की लगभग 44.5 लाख की आबादी सहित निकटवर्ती जनपदों एवं नेपाल क्षेत्र के लोगों को भी अपनी सेवाएं दे रहा है. प्रतिदिन लगभग 90 हजार से अधिक यात्रियों का आवागमन होता है. गोरखपुर जंक्‍शन स्टेशन का पुनर्विकास आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर किया जा रहा है. उस समय गोरखपुर जंक्‍शन स्टेशन पर यात्री आवागमन लगभग 1,68,000 प्रति दिन होगा. गोरखपुर रेलवे स्‍टेशन से प्रस्‍तावित मेट्रो लाइन और बस स्‍टेशन की कनेक्टिविटी का भी ध्‍यान रखा गया है.


पार्किंग के लिए किए जाएंगे खास इंतजाम


वर्तमान में मुख्य स्टेशन भवन का निर्माण 5.855 वर्ग मीटर एवं द्वितीय प्रवेश द्वार का निर्माण 720 वर्ग मीटर में किया गया है. प्रस्तावित स्टेशन का निर्माण 17,900 वर्ग मीटर एवं द्वितीय प्रवेश द्वार का निर्माण 7,400 वर्ग मीटर में किया जाएगा. प्रस्तावित कॉन्कोर्स 6,300 वर्ग मीटर बनाया जाएगा. जहां 3500 व्यक्ति एक साथ बैठ सकते हैं. कार, टू व्‍हीलर्स, थ्री व्‍हीलर्स की पार्किंग क्षमता 427 ईसीएस है. जबकि प्रस्तावित पार्किंग क्षमता 838 ईसीएस है. इसमें रूफ प्लाजा फूड आउटलेट, वेटिंग हॉल, ए.टी.एम. एवं किड्स प्ले एरिया का प्रावधान किया गया है. 6 मीटर चौड़े दो अतिरिक्त पैदल उपरिगामी पुल होंगे.


रेलवे स्‍टेशन पर आगमन और प्रस्थान के लिए अलग व्‍यवस्‍था होगी. मल्टी फंक्शनल कॉम्प्लेक्स का प्रावधान किया गया है. होटल, वाणिज्यिक केन्‍द्र, शॉपिंग मॉल का प्रावधान किया गया है. सेंट्रल मॉल, सर्कुलेटिंग एरिया में ग्रीन पैच, कामर्शियल ब्‍लाक, बजट होटल, पैदल आवागमन के लिये छाजनयुक्त पाथ-वे, 10,800 वर्ग मीटर में कॉन्कोर्स, 106 मीटर चौड़ाई के दो अतिरिक्त एफओबी, रूफ कवरिंग एरिया 31,000 वर्ग मीटर, 44 लिफ्ट, 21 एस्‍केलेटर, 300 वर्ग मीटर में टिकट खिड़कियां होंगी.  


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