Gorakhpur Flood News: यूपी के गोरखपुर में राप्ती-रोहिन कहर बरपाने को आतुर हो गई हैं. दोनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. ऐसे में गोरखपुर के 24 गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं. ग्रामीण गांव के संपर्क मार्ग कटने और घरों में पानी घुसने की वजह से बंधों पर शरण लेने मजबूर हैं. वहीं आपदा-राहत के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. सातों तहसील में 24 गांव प्रभावित हैं. तो वहीं 34 नाव लगाने का जिला प्रशासन दावा कर रहा है.  


 यूपी के गोरखपुर में राप्ती-रोहिन ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. राप्ती नदी खतरे के निशान 74.98 से 41 सेंटीमीटर ऊपर 75.390 सेंटीमीटर पर बह रही है. राप्ती नदी बर्डघाट पर शनिवार की सुबह 8 बजे तक 16 घंटे में 12 सेंटीमीटर बढ़ी है. रोहिन नदी त्रिमुहानी घाट पर खतरे के निशान 82.44 से 33 सेंटीमीटर ऊपर 82.760 पर बह रही है. रोहिन त्रिमुहानी घाट पर 16 घंटे में शनिवार की सुबह 8 बजे तक 33 सेंटीमीटर बढ़ी है.


 24 गांव बाढ़ से हुए प्रभावित
गोरखपुर की सात तहसीलों में 24 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. सर्वाधिक गोला तहसील में 12 गांव प्रभावित हैं. इसके बाद  सदर तहसील में 8, सहजनवा में 2, चौरीचौरा और खजनी में एक-एक गांव प्रभावित हैं. बांसगांव और कैम्पियरगंज में एक भी गांव बाढ़ से प्रभावित नहीं हैं. बाढ़ से बचाव के लिए कुल 34 नाव लगाई गई है. गोला तहसील में बाढ़ से बचाव के लिए 12 नाव लगाई गई है. सदर तहसील में 19, सहजनवां और खजनी में एक-एक नाव लगाई गई है.


24 स्थलों में मरम्मत कार्य पूर्ण
गोरखपुर के एडीएम फाइनेंस/आपदा प्रभारी अधिकारी विनीत कुमार सिंह ने बताया कि तटबंधों की सिंचाई विभाग एवं पुलिस विभाग के साथ उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में संयुक्त टीम द्वारा सतत निगरानी की जा रही है. जनपद में 38 स्थलों पर भारी वर्षा के कारण रेनकट्स हुए है, जिसमें से 33 का मरम्मत कर लिया गया है. शेष 06 पर कार्य संचालित है. 30 स्थलों पर सड़क क्षतिग्रस्त हुई है, जिसमें से 24 स्थलों पर मरम्मत कार्य पूर्ण कर लिया गया है. शेष 6 स्थलों पर कार्य संचालित हैं.


कंट्रोल रूम में पीआरडी जवानों की तैनाती
जिला कंट्रोल रूम 24 घंटे के लिए चालू है. जिसका दूरभाष नंबर-9454418252 है. कंट्रोल रूम में आपदा मित्र एवं पीआरडी जवानों की तैनाती की गयी है. जनपद में कुल-240 मझौली और बड़ी नाव उपलब्ध है. समस्त नाविकों को सेफ्टी किट उपलब्ध करा दिया गया है. छोटी नाव के संचालन को प्रतिबंधित किया गया है. अंतरजनपदीय नाव/मोटर बोट की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. पुलिस विभाग द्वारा चिन्हित 143 गोताखोरों को सेफ्टी किट वितरित किया गया है.


13 जुलाई से वितरण की कार्रवाई शुरु
शासन द्वारा निर्धारित राहत खाद्यान्न सामग्री किट के वितरण की कार्रवाई 13 जुलाई से ग्राम-बहरामपुर दक्षिणी, राप्ती नदी, नौसड़ से प्रारंभ किया जा रहा है. जनपद में बाढ़ प्रतिउत्तर हेतु 11वीं वाहिनी एनडीआरएफ की 1 यूनिट, 26वीं वाहिनी पीएसी की 1 यूनिट व एसडीआरएफ की एक यूनिट तैनात है, जिनके साथ समन्वय स्थापित कर लिया गया है. साथ ही जीआरडी (गोरखा रेजीमेंट) व 146 ब्रिगेड 11 जाट अयोध्या कैष्ट के साथ निरंतर सम्पर्क स्थापित है.


 बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत चौपाल आयोजित
बाढ़ प्रभावित अतिसंवेदनशील ग्रामों में 'राहत चौपाल' आयोजित किए जा रहे हैं. जिसमें गठित 133 बाढ़ सुरक्षा समिति के सदस्य भी प्रतिभाग कर रहे हैं. प्रशासन ने विभिन्न नगर पंचायत स्तर पर शुद्ध पेयजल आपूर्ति हेतु 18 वाटर टैंकर, पोर्टेबल शौचालय 18 तथा मड पम्प-18 उपलब्ध है. स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को ध्‍यान में रखते हुए 5 मेडिकल टीम गठित की गई है. 322 लोगों का इलाज किया गया है. 3,695 क्लोरीन की गोली और 683 ओआरएस पैकेट बांटे गए हैं. मुख्यालय पर 100 एंटी वेनम वैक्सीन की उपलब्‍धता है.


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