गोरखपुर: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन के कर्मचारियों ने आज रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि निजी बसों को पहले से ही 93 प्रतिशत सड़कों पर चलने का अधिकार प्राप्त है. अब सात प्रतिशत उनके एकाधिकार क्षेत्र में भी उन्हें चलने की अनुमति दे दी जाएगी, तो उनके लिए मुश्किल खड़ी हो जाएगी. उन्होंने कहा कि यही वजह है कि इसके विरोध में उन्हें धरना-प्रदर्शन करना पड़ा रहा है. उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे बड़े आंदोलन को बाध्य होंगे.
गोरखपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय परिसर में बुधवार को उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन के कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने नारेबाजी कर विरोध जताया. धरना के दौरान कर्मचारी नेता अशोक कुमार सिंह ने बताया कि एक दिवसीय धरना दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने उनके एकाधिकार क्षेत्र के सात प्रतिशत पर भी निजी बसों को चलने का परमिट दे दिया है. इससे उनके सामने मुश्किलें खड़ी हो गई है. उन्होंने कहा कि उनकी मांगों को नहीं माना गया, तो ये धरना प्रांत स्तर तक जाएगा.
कर्मचारी नेता राजेश कुमार ने कहा कि हमारी मांगें साफ-सुथरी है. उनका कार्यक्रम तीन-चार दिनों से चल रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी मांगों को सरकार नहीं मानेगी, तो ये धरना प्रांत तक जाएगा. उन्होंने कहा कि उनकी मांगों को नहीं माना गया, तो ये लड़ाई आगे तक जाएगी. उन्हें जो भी कुर्बानी देनी होगी, इसके लिए वे तैयार है. शीर्ष नेतृत्व का जो भी निर्णय होगा उसका पालन किया जाएगा. वे यहां के कर्मचारियों की आवाज को दबने नहीं देंगे. उनकी मांगें सरकार को पूरा करना होगा.
यूपी की तरह हरियाणा में भी बनेगा लव जिहाद पर कानून, अनिल विज बोले- योगी सरकार जिंदाबाद
बांदा: बीमा राशि हड़पने के लिए बेटों ने मां को कार से कुचला, दोनों को उम्र कैद