राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत ने कहा कि सामाजिक समरसता के बल पर ही देश को आगे बढ़ाया जा सकता है. समाज में व्याप्त विकृतियों को खत्म कर सद्मार्ग पर आगे चलकर ही भारत स्वावलम्बन की ओर बढ़ सकता है. उन्होंने कहा कि भारत को स्वावलम्बी बनाने के लिए कार्यों के अवसर बढ़ाने होंगे. 


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत चार दिवसीय प्रवास पर गोरखपुर "माधव धाम" में हैं. चार दिवसीय प्रवास के तीसरे दिन उन्होंने प्रांत कार्यकारिणी की छोटी-छोटी बैठक की. सोमवार को उन्होंने समस्त शाखा गांव से संबंधित विषयों पर चर्चा की.


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इसके साथ ही उन्होंने अभी तक किए गए कार्यों की समीक्षा भी की. संघ की वर्ष में दो महत्वपूर्ण बैठक प्रतिनिधि सभा और कार्यकारी मंडल होती हैं. 


संघ और विचार परिवार के कार्यकर्ताओं के परिवार को करेंगे संबोधित 


11 से 13 मार्च तक गुजरात के कर्णावती में प्रतिनिधि सभा की बैठक हुई. इसमें संघ द्वारा प्रस्ताव पारित किया जाता है. इसके तुरंत बात गोरक्षा प्रांत प्रवास में कार्यकारी मंडल की बैठकें हो रही हैं. दूसरे और तीसरे दिन संगठन और जागरण श्रेणी की प्रांत कार्यकारिणी की बैठक चली. 22 मार्च की शाम 5:00 बजे 6:00 बजे तक गोरखपुर के बाबा गंभीर प्रेक्षागृह में संघ और विचार परिवार के कार्यकर्ताओं के परिवार को संबोधित करेंगे.


आज रात वाराणसी के लिए होंगे रवाना


कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश के लिए 75 रुपये सहयोग राशि के साथ स्वयंसेवकों का पंजीकरण किया जाएगा. संघ के इस कार्यक्रम में 1000 लोग उपस्थित रहेंगे. उन्होंने गोरक्ष प्रांत के सभी 21 जिलों में शाखा के विस्तार पर बल दिया.


कई जिलों के 54 प्रचारकों ने इसमें हिस्सा लिया. 22 मार्च की रात आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत वाराणसी के लिए प्रस्थान करेंगे. 23 से 27 मार्च तक वाराणसी में रहेंगे. वहां पर काशी क्षेत्र के संगठन और जागरण श्रेणी के लिए स्वयंसेवकों से संवाद करेंगे.


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