Gorakhpur News: बाजार से लेकर घरों तक रमजान की रौनक, मुफ्ती अख्तर ने कहा -'रोजा तमाम बीमारियों का इलाज है'
UP News: गोरखपुर में रमजान शुरु होते ही बाजार से लेकर घरों तक इसकी रौनक देखने को मिल रही है. रोजा के दौरान कुरआन शरीफ की तिलावत की जा रही हैं. मस्जिद पर नमाजियों की भीड़ भी देखने को मिल रही हैं.
Gorakhpur News: सहरी का मजा, इफ्तार की लज्जत, जिक्र, शुक्र, सब्र, नेमत, रहमत, कुरआन शरीफ की तिलावत, नमाज का वसूल, रोज़े की रूहानियत के साथ माह-ए-रमजान शुरू हुआ. चारों तरफ रमजान की रौनक है. मंगलवार की सुबह लोगों ने मिलकर सहरी खाई. तहज्जुद की नमाज पढ़ने के बाद फ़ज्र की नमाज़ अदा की. कुरआन शरीफ की तिलावत की. तस्बीह व दुआ में अल्लाह की हम्दो सना बयान की. मस्जिदों में दरूदो सलाम पढ़ा गया.
सुबह से ही लोग इबादत में मसरूफ हुए तो यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा. शहर की हर मस्जिद में नमाज़ियों का तांता लगा रहा.घरों में महिलाओं ने नमाज पढ़ी व कुरआन शरीफ की तिलावत की. चूंकि रमजान के तीस दिनों को तीन हिस्सों में बांटा गया है. यानी रहमत, मगफिरत, जहन्नुम से आजादी. जोहर की नमाज़ के बाद लोगों ने बाजार की तरफ रुख किया. इफ्तारी के तमाम सामानों की खरीदारी की. इसके बाद घरों में महिलाओं ने इफ्तार के विभिन्न पकवानों को बनाना शुरू किया. असर की नमाज़ घरों व मस्जिदों में अदा की गई. इफ्तार तैयार होने के बाद मुसाफिरों व गरीबों के लिए मस्जिदों में भेजी गई. पास पड़ोस में भी इफ्तार भेजी गई.
पूरे माह इसी तरह रहेगी रौनक
गोरखपुर की सभी मस्जिदों में मंगलवार शाम को सभी ने एक दस्तरखान पर इफ्तार कर दुआ मांगी. हर जगह पर इफ्तारी में तरह-तरह के खजूर, चिप्स, चना, शरबत, पकोड़ियां व फल वगैरह ने दिन भर की भूख को गायब कर दिया. इफ्तार करने के बाद छोटे से लेकर बड़ों ने मग़रिब की नमाज़ अदा की. थोड़ा आराम किया फिर रात में इशा, तरावीह, वित्र एवं नफ्ल नमाज़ पढ़ी. यह नज़ारा पूरे माह इसी तरह बरकरार रहेगा.
रोज़ा तमाम बीमारियों का इलाज है : मुफ्ती अख्तर
मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन ने बताया कि रोज़ा रखने में बहुत सी हिकमत है. रोज़ा से भूखों और प्यासों पर मेहरबानी का जज्बा पैदा होता है. क्योंकि मालदार अपनी भूख याद करके ग़रीब मोहताज की भूख का पता लगाता है. रोज़ा से भूख के बर्दाश्त करने की आदत पड़ती है. अगर कभी खाना मयस्सर न हो, तो घबराता नहीं और अल्लाह की नाशुक्री नहीं करता.भूख बहुत सी बीमारियों का इलाज है. डॉक्टर व हकीम बताते हैं कि रोज़ा बहुत सी बीमारियों का इलाज है. रोज़ा ब्लड प्रेशर, कैंसर, फालिज, मोटापा, स्किन की बीमारियों और भी बहुत सारी बीमारियों में फायदा बख्श है.
रोजा रखकर दूसरे की भूख का अहसास होता है : मुफ़्ती मेराज
मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती चौक के इमाम मुफ्ती मेराज अहमद कादरी ने बताया कि साल के 12 माह में रमज़ान शरीफ़ सबसे खास महीना होता है. पूरे महीने लोग रोज़ा रखकर अल्लाह की इबादत और अन्य नेक काम करते हैं. इस माह में नेकी करने वालों को बहुत अधिक सवाब मिलता है. रोज़ा रखकर दूसरे की भूख का अहसास होता है. इसलिए तमाम मुसलमानों को चाहिए कि अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए खुशदिली से रोज़ा रखें.
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