Gorakhpur Coronavirus Fourth Wave: दिल्‍ली-एनसीआर, हरियाणा (Haryana) और उत्तराखंड (Uttarakhand) में कोरोना 4.0 के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भी स्वास्थ्य विभाग ((Health Department)) को अलर्ट किया गया है. आम हो या खास सभी को कोविड-19 के प्रोटोकॉल के पालन की जरूरत है. ऐसे में जब मामले फिर तेजी से बढ़ रहे हैं, तो ये भी जरूरी है कि सभी कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करें. हालांकि, भीड़भाड़ वाली जगह पर लोग मास्क (Mask) लगाए हुए दिख रहें, लेकिन बहुत से ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें चौथी लहर और शासन की गाइडलाइन्‍स की परवाह नहीं है.


महिलाएं और युवतियां दिख रही हैं जागरूक 
गोरखपुर के जिला चिकित्सालय में इलाज कराने आए लोगों में जागरूकता की कमी दिखाई दे रही है. कोविड-19 के प्रोटोकॉल के मामले में महिलाएं और युवतियां पुरुषों की अपेक्षा अधिक जागरूक दिख रही हैं. बीते 24 घंटे में गोरखपुर में एक पॉजिटिव केस मिला है, लेकिन कोरोना धीरे-धीरे यूपी में तेजी से पांव पसार रहा है. यहां इलाज के लिए आने वाले कुछ लोग भीड़ में भी मास्‍क पहनने की जरूरत नहीं महसूस करते हैं. वो कहते हैं कि मरीज, तीमारदार और चिकित्सक भी मास्‍क नहीं लगा रहे हैं.




लोगों को है भ्रम 
गोरखपुर के जिला चिकित्सालय में आए अधिकतर लोगों को इस बात का भ्रम है कि वो बूस्‍टर डोज और कोरोना की वैक्सीन लगवा चुके हैं, इसलिए उन्हें कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन की जरूरत नहीं है. ऐसे में इस तरह के लोगों का भ्रम ही कोरोना के मामलों को बढ़ाने में बड़ी चूक साबित हो रहा है. इसके बावजूद लोग जिला चिकित्सालय में मास्‍क पहने हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं. काउंटर पर बैठे कर्मचारी, मरीज के साथ आए तीमारदार भी मास्क लगाना जरूरी नहीं समझते हैं.


ऐसे लोगों को है अधिक खतरा 
हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो मास्‍क को लेकर लापरवाह तो दिख रहे हैं, लेकिन अपनी गलती का एहसास करते हुए मास्‍क पहन ले रहे हैं. इसके अलावा बहुत से ऐसे भी लोग हैं जो नाक से नीचे मास्‍क पहनकर चल रहे हैं. ऐसे लोगों को कोविड-19 का खतरा अधिक हो सकता है. क्योंकि संक्रमण उनकी नाक के रास्ते अंदर जा सकता है.


चौथी लहर से निपटने की है पूरी तैयारी
इस संबंध में गोरखपुर जिला चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक डॉ जे. एसपी सिंह का कहना है कि कोविड की चौथी लहर के कुछ मामले पश्चिमी यूपी में आए हैं. चौथी लहर से निपटने को लेकर तैयारियां पूरी हैं. ऑक्सीजन की कोई दिक्कत नहीं है. मरीजों से मास्‍क लगाने के लिए अपील की जा रही है. वैक्सीन लगवाने के बाद भी भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्‍क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए. भीड़ में जाने के दौरान मास्‍क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. जिससे किसी भी तरह के इंफेक्शन से अपने परिवार को बचा सकें.


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